HARYANA VRITANT

पानीपत। गोहाना रोड स्थित एक निजी अस्पताल के लैब संचालक ने अस्पताल की एक फर्जी फर्म बनाकर लाखों रुपये हड़प लिए। उसने फर्म के नाम से बैंक में खाते खुलवा ली और पार्टनरशिप की एक डीड भी फर्जी तरीके से तैयार कर ली। आरोपी लैब संचालक ने लगभग आठ माह तक चिरायु योजना के मरीजों के इलाज के पैसे अपने खाते में मंगवाए। जब अस्पताल के मालिक को इस बारे में पता चला तो उसने एसपी अजीत सिंह शेखावत को इसकी शिकायत दी। शिकायत के आधार पर सेक्टर 29 थाना पुलिस ने आरोपी पार्टनर, उसकी पत्नी, सीए व दो बैंकों के प्रबंधकों पर केस दर्ज कर लिया है।

सांकेतिक तस्वीर

डॉ. वंदना सरदाना ने पुलिस को दी शिकायत बताया कि

गोहाना रोड स्थित सरदाना अस्पताल की संचालिक डॉ. वंदना सरदाना ने पुलिस को दी शिकायत बताया कि उसने सरदाना अस्पताल को सरदाना बैंज अस्पताल एलएलपी को 2021 में लीज पर दिया था। इसमें पार्टनर विनोद जुनेजा व उसकी बेटी जाह्नवी बनी थी। काबड़ी गांव के राजेश कुमार ने उनके अस्पताल में डायग्नोस्टिक लेबोरेटरी चलाने के अनुमति ली थी। राजेश ने अगस्त व सितंबर 2023 में अपनी पत्नी शशि बाला के साथ मिलकर एक फर्जी डीड तैयार की। उनके अस्पताल के नाम से सनौली रोड स्थित केनरा व पानीपत को ऑपरेटिव बैंक में फर्जी खाते खुलवा लिए।

फर्जी फर्म खोल दी

इन्होंने उनके अस्पताल के से मिलते जुलते नाम से एक फर्जी फर्म खोल दी। इसमें सीए दीपक मित्तल ने उसकी मदद की। इन्होंने चिरायु योजना के पात्रों के इलाज के बाद मिलने वाली राशि को फर्जी फर्म के खाते में मंगवाया। यह उनके साथ लाखों रुपये का फर्जीवाड़ा कर चुके हैं। इस पूरे प्रकरण में इन बैंकों के प्रबंधक भी शामिल हैं। जिन्होंने इनकी फर्जी फर्म के नाम से बैंक में खाते खोले हैं। अस्पताल को चिरायु योजना के तहत मिलने वाली कितनी राशि को हड़पा गया है यह जांच के बाद स्पष्ट होगा।

पुलिस थाना प्रभारी राजीव कुमार ने बताया

सेक्टर 29 पुलिस थाना प्रभारी राजीव कुमार ने बताया कि इस पूरे मामले की गहन जांच की जा रही है। जांच में जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी। अस्पताल के पूरे रिकॉर्ड को खंगाला जा रहा है। कितने रुपये की ठगी हुई है यह जांच में स्पष्ट होगा।