Panipat News पानीपत जिला प्रशासन ने वायु प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के चौथे चरण की पाबंदियां लागू कर दी हैं। नागरिकों के लिए सिटीजन चार्टर जारी करते हुए स्वास्थ्य सुरक्षा के उपायों को अपनाने का आह्वान किया गया है।
हरियाणा में वायु प्रदूषण के खतरनाक स्तर पर पहुंचने की स्थिति
हरियाणा के अधिकांश जिलों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) रेड और ऑरेंज अलर्ट की स्थिति में पहुंच चुका है। एनसीआर क्षेत्र में हवा का प्रदूषण स्तर 400 पार कर गया है, जो खतरनाक है।
दोपहर में सबसे अधिक प्रदूषण स्तर
अंबाला, करनाल, कुरुक्षेत्र, और पानीपत में दोपहर के समय वायु प्रदूषण सबसे अधिक दर्ज किया गया। वाहनों की बढ़ती आवाजाही और निर्माण कार्य इस समय वायु की गुणवत्ता को और खराब कर रहे हैं।
पराली जलाने में कमी के बावजूद बढ़ा प्रदूषण
हैरानी की बात यह है कि पराली जलाने के मामलों में कमी आने के बावजूद पीएम 2.5 और पीएम 10 जैसे हानिकारक कण वायु प्रदूषण को बढ़ा रहे हैं। ये छोटे कण स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक हैं।
निर्माण और आग लगाने पर नियंत्रण की कमी
जीटी रोड बेल्ट के जिलों में निर्माण कार्य और कचरे में आग लगाना वायु प्रदूषण बढ़ाने वाले प्रमुख कारण बने हुए हैं। एनसीआर के अलावा अन्य जिलों में इन गतिविधियों पर पर्याप्त पाबंदियां नहीं लगाई गई हैं।
वातावरण में नमी बनी प्रदूषण का कारक
ठंड और नमी के कारण वायुमंडल में मौजूद प्रदूषण के तत्व ऊपर नहीं उठ पा रहे हैं, जिससे प्रदूषण अधिक दिखाई दे रहा है। मौसम में बदलाव से स्थिति में सुधार का अनुमान लगाया जा रहा है।
प्रशासन की अपील: नागरिक सावधान रहें
पानीपत के उपायुक्त डॉ. वीरेंद्र कुमार दहिया ने नागरिकों को अनावश्यक बाहर न जाने और सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने की सलाह दी है। उन्होंने प्रदूषण को रोकने के लिए पुराने डीजल वाहनों के उपयोग और कूड़ा जलाने से बचने की अपील की।
311 और SAMEER ऐप से करें शिकायत
वायु प्रदूषण फैलाने वाली गतिविधियों की शिकायत 311 ऐप और समीर ऐप के माध्यम से की जा सकती है। प्रशासन ने नागरिकों से नियमों का पालन करने और प्रदूषण कम करने में सहयोग की अपील की है।
ग्रेप के तहत विशेष उपाय और छूट
आवश्यक सेवाओं से जुड़े और बीएस-6, सीएनजी, तथा एलएनजी ट्रकों को संचालन की अनुमति दी गई है। इसके अलावा, भवन निर्माण कार्य और अनावश्यक वाहनों की आवाजाही पर रोक लगाई गई है।
हरियाणा के जिलों में वायु प्रदूषण की स्थिति (अधिकतम और औसत AQI)
- अंबाला: 322 (अधिकतम) | 185 (औसत)
- करनाल: 353 (अधिकतम) | 252 (औसत)
- कुरुक्षेत्र: 338 (अधिकतम) | 253 (औसत)
- पानीपत: 319 (अधिकतम) | 303 (औसत)
यह आंकड़े प्रदूषण के गंभीर हालात को उजागर करते हैं और सख्त कदमों की आवश्यकता को रेखांकित करते हैं।