सूचना पर पुलिस जिला नागरिक अस्पताल पहुंची, परंतु वहां पता चला कि दोनों बच्चों को बिना पोस्टमार्टम कराए ही वापस ले गए। गांव में पता किया तो दोनों बच्चों के अंतिम संस्कार किए जाने की जानकारी मिली।
हरियाणा के पलवल स्थित गांव धतीर में खेलते समय दो बच्चे जोहड़ में डूब गए। काफी मशक्कत के बाद रविवार देर शाम बच्चों को जोहड़ से निकाला गया, परंतु दोनों की मौत हो चुकी थी। शाम को ही बिना पोस्टमार्टम कराए दोनों बच्चों का अंतिम संस्कार कर दिया गया। मरने वालों में एक बच्चा इकलौता बेटा था। बच्चों की मौत से गांव में मातम छाया हुआ है।
गांव धतीर के पूर्व सरपंच बादाम सिंह डागर ने बताया कि रविवार शाम को कुछ बच्चे गांव के बीच में बनी जोहड़ के पास खेल रहे थे। उसी दौरान पांच वर्षीय बच्चे निक्कू का पैर फिसल गया और वह जोहड़ में गिर गया। उसके साथी यश ने बचाने का प्रयास किया और वह भी जोहड़ में गिर गया। अन्य बच्चों ने मामले की सूचना उनके परिजनों को दी गई।
परिजन जोहड़ की तरफ भागे
सूचना मिलते ही परिजन जोहड़ की तरफ भागे, परंतु दलदल होने के कारण बच्चे ऊपर नहीं आए। मौके पर ग्रामीणों की भीड़ एकत्रित हो गई। ग्रामीणों ने जोहड़ के अंदर घुसकर बच्चों को ढूंढने का प्रयास किया। एक घंटे बाद एक बच्चा मिला गया, उसकी सांसे नहीं चल रही थी। एक घंटे बाद दूसरा बच्चा भी मिल गया। दोनों को अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। परिजन बिना पोस्टमार्टम कराए ही बच्चों को वापस गांव ले गए, जहां देर सांय उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया।
इंस्पेक्टर राजबीर सिंह ने
गदपुरी थाना प्रभारी इंस्पेक्टर राजबीर सिंह ने बताया कि बच्चों के जोहड़ में डूबने की सूचना मिली थी। सूचना पर पुलिस जिला नागरिक अस्पताल पहुंची, परंतु वहां पता चला कि दोनों बच्चों को बिना पोस्टमार्टम कराए ही वापस ले गए। गांव में पता किया तो दोनों बच्चों के अंतिम संस्कार किए जाने की जानकारी मिली।
इकलौता बेटा था यश
जानकारी के अनुसार यूपी निवासी नितिन पिछले करीब 25 साल से गांव धतीर में किराये के मकान में रहते हैं। वह ट्रक चालक का काम करते हैं। उनका बेटा पांच वर्षीय यश और छोटी एक बेटी है। रविवार को हुए हादसे में यश की मौत हो गई। वहीं गांव निवासी कपिल एक कंपनी में हेल्परी करता है। उसके दो बेटे हैं। बड़े बेटे निक्कू की जोहड़ में डूबने से मौत हो गई। हादसे से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।