सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने द्वारका एक्सप्रेसवे का निरीक्षण किया. गडकरी ने कहा कि परियोजना के तीन- चार महीने में पूरा होने की संभावना है और दिसंबर से पहले इसे खोल दिया जाएगा. देश के पहले ‘एलिवेटेड अर्बन एक्सप्रेस वे’ से दिल्ली- गुरुग्राम के बीच ट्रैफिक का दबाव कम होने से ट्रैफिक की समस्या कम होगी. गडकरी ने बताया कि परियोजना की कुल लागत 9,000 करोड़ रुपये है और काम 75-90 प्रतिशत तक पूरा हो चुका है.
- 29 किमी लंबाई का यह देश का पहला एलिवेटेड 8- लेन एक्सेस कंट्रोल एक्सप्रेस वे हरियाणा में 34 मीटर चौड़े 18.9 किमी सिंगल पिलर और दिल्ली में 10.1 किमी लंबाई में बनाया जा रहा है. द्वारका एक्सप्रेस वे पर टोल संग्रह का काम पूरी तरह से स्वचालित होगा और पूरी परियोजना एक कुशल परिवहन प्रणाली से लैस होगी.
इस एक्सप्रेस वे का रोड नेटवर्क चार लेवल का है टनल, अंडरपास, ग्रेड रोड, एलिवेटेड रोड और फ्लाईओवर के ऊपर फ्लाईओवर बनाया जा रहा है. एक्सप्रेस- वे के दोनों ओर 3 लेन की सर्विस रोड बनाई जा रही है और दिल्ली में देश की सबसे चौड़ी 3.6 किलोमीटर लंबी 8 लेन की सुरंग बनाई जा रही है.
29 किलोमीटर लंबा द्वारका एक्सप्रेस वे देश का पहला एलिवेटेड अर्बन एक्सप्रेसवे है, जिसमें आठ लेन में पहला सिंगल पिलर फ्लाईओवर बनाया गया है. इस एक्सप्रेस वे के पूरा होने से द्वारका से आईजीआई हवाईअड्डे तक जाने में सिर्फ पांच मिनट का समय लगेगा और गुड़गांव के निवासियों की आवाजाही आसान हो जाएगी.