15 मार्च : बुधवार : श्री शीतला अष्टमी, मासिक काल अष्टमी व्रत, चैत्र संक्रांति का पुण्यकाल दोपहर 12 बज कर 58 मिनट तक है, मेला श्री शीतला माता जी। वर्षी तप शुरू (जैन)
18 मार्च : शनिवार : पाप मोचिनी एकादशी व्रत19 मार्च : रविवार : प्रदोष (शिव प्रदोष) व्रत, वारुणी पर्व योग रात 10 बजकर 4 मिनट से मध्य रात्रि बाद 4 बजकर 56 मिनट तक, मेला पुरमंडल (जम्मू-कश्मीर), रंग तेरस, प्रात: 11 बजकर 17 मिनट पर पंचक प्रारंभ
20 मार्च : सोमवार : मासिक शिवरात्रि (शिव चौदश) व्रत, सूर्य ‘सायन’ मेष राशि में प्रवेश करेगा, मेला गुप्त गंगा (कफी-अखनूर, ज मू कश्मीर), मेला हथीरा (थानेसर, कुरुक्षेत्र)
21 मार्च : मंगलवार : स्नान-दान आदि की चैत्र अमावस, भौमवती (मंगलवार की) अमावस, चांद्र संवत्सर श्री विक्रम संवत 2079 समाप्त
22 मार्च : बुधवार : चैत्र (वसंत) नवरात्रे एवं दुर्गा पूजा कंजक पूजन प्रारंभ, चांद्र संवत्सर श्री विक्रम संवत 2080 प्रारंभ, घट (कलश) स्थापन, ध्वजारोहण, गुड़ी पड़वा, राष्ट्रीय महीना चैत्र एवं शक संवत 1945 प्रारंभ, चैत्र शुक्ल पक्ष शुरू, नवरात्रे, मेला माता श्री वैष्णो रानी जी (कटड़ा), श्री नयना देवी जी (कांगड़ा, हि.प्र.), श्री मनसा देवी जी (हरिद्वार एवं पंचकूला)
23 : गुरुवार : चंद्र दर्शन, दोपहर 2 बजकर 9 मिनट पर पंचक समाप्त, शहीदी दिवस सरदार भगत सिंह जी, राजगुरु जी एवं सुखदेव जी, श्री झूलेलाल जयंती (सिंधी), सतगुरु श्री प्रताप सिंह जी का जन्म दिवस
24 मार्च : शुक्रवार : गौरी तृतीया व्रत, श्री मत्स्य अवतार जयंती, मुसलमानी महीना रमजान एवं रोजे शुरू
25 मार्च : शनिवार : सिद्धि विनायक श्री गणेश चतुर्थी व्रत, दमनक चतुर्थी, श्री गणेश शंकर विद्यार्थी जी का बलिदान दिवस
26 मार्च : रविवार : श्री पंचमी, श्री लक्ष्मी पंचमी, हयग्रीव व्रत, नाग पंचमी, श्री लक्ष्मी महापूजा
27 मार्च : सोमवार : स्कंद षष्ठी व्रत, सूर्य षष्ठी, यमुना षष्ठी
28 मार्च : मंगलवार : ओली तप प्रारंभ (जैन)
29 मार्च : बुधवार : श्री दुर्गा अष्टमी, बुध अष्टमी, महा अष्टमी, अशोक अष्टमी, कंजक पूजन, मेला माता श्री वैष्णो देवी जी (कटड़ा), कांगड़ा जी, मनसा देवी जी, श्री अन्नपूर्णा पूजन
30 मार्च: गुरुवार: श्री दुर्गा नवमी, महानवमी, श्रीराम नवमी, दश महाविद्या श्री महातारा जयंती, आचार्य भिक्षु अभिनिष्क्रमण दिवस (जैन), मेला बाहूफोर्ट ( जम्मू), चैत्र (वसंत नवरात्रे समाप्त), श्री स्वामी नारायण जंयती
31 मार्च : शुक्रवार: चैत्र (वसंत) नवरात्रे व्रत का पारणा, गुरु (तारा) पश्चिम में अस्त होकर 29 अप्रैल को पूर्व में उदय होगा।