HARYANA VRITANT

कुरुक्षेत्र। सनातन धर्म समाज की तृतीय वर्षगांठ के उपलक्ष्य में धर्म चर्चा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के अंतर्गत प्राचीन ठाकुरद्वारा नाभि कमल मंदिर में धर्म चर्चा के लिए कई संत पहुंचे। इस धर्म चर्चा कार्यक्रम में स्थानेश्वर महादेव मंदिर से महंत लक्ष्मीनारायण पुरी, बड़ा अखाड़ा उदासीन से संत देवीशरण दास मुख्य वक्ता रहे। जबकि जूना अखाड़ा हरिद्वार से साध्वी मीरा गिरि विशिष्ट अतिथि रही। महंत लक्ष्मीनारायण पुरी ने कहा कि रामायण में हमें धर्म से संबंधित प्रत्येक प्रश्न का उत्तर मिलता है और समाज के हर रिश्ते का आदर कैसे किया जाए ये भी रामायण हमें सिखाती है।

सांकेतिक तस्वीर

महंत विशालमणि दास ने कहा…

महंत विशालमणि दास ने कहा कि आज वह समय आ गया है जब हमें अपने बच्चों को बचपन से ही किताबी ज्ञान के अलावा शास्त्रों का ज्ञान भी दिया जाए, जिससे वे स्कूली पढ़ाई के साथ-साथ अपने धर्म के प्रति भी जागरूक हो सकें। विश्व हिंदू परिषद के प्रेम नारायण अवस्थी ने कहा कि सभी परिवार सहित आसपास के मंदिरों में प्रत्येक मंगलवार को सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ में अवश्य पहुंचे, जिससे कि बच्चों में सनातन धर्म के संस्कारों के बीज बोएं जा सके।

कार्यक्रम में पहुंचे सभी संतों का समूह अध्यक्ष चंद्रमौलि गौड़ और अधिकारी ललित चावला ने आभार व्यक्त किया। इस कार्यक्रम का आयोजन सामाजिक संस्था गुदगुदी जंक्शन की ओर से कराया गया था। इस मौके पर राजबीर सिंह बैरागी, महंत दर्शन दास, गोपाल दास, महंत विजय, जितेंद्र बंसल, नागेंद्र नाथ सीकरी,आलोक वाजपेयी, मोती राम शर्मा, ईश्वर चंद, संजय कुमार पांडे, गुलजार सैनी, नरेश कुमार, रामनिवास बंसल, रामकुमार वर्मा, सहित अन्य मौजूद रहे।