HARYANA VRITANT

आरोपी ने ऑस्ट्रेलिया भेजने का भरोसा दिया और फर्जी वीजे व टिकट थमा दिए। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

सांकेतिक तस्वीर

हरियाणा के कुरुक्षेत्र में छह लोगों को ऑस्ट्रेलिया भेजने की आड़ में 44 लाख रुपये ठग लिए जाने का मामला सामने आया है। आरोपी ने उन्हें फर्जी वीजा व टिकटें थमा दी। पुलिस ने शिकायत मिलने पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। शहर निवासी युगांक ने पुलिस अधीक्षक को दी शिकायत में आरोप लगाते हुए बताया कि उनकी मुलाकात चंदन जसुजा निवासी अबोहर फाजिल्का, पंजाब से हुई थी, जहां उसने कहा था कि वह युवाओं को विदेश भेजने का काम करता है।

उसके पास अच्छा ऑफर आया हुआ है और वह उसे ऑस्ट्रेलिया भेज सकता है। उसने उससे कहा कि उसके कई दोस्त व रिश्तेदार भी जाने के इच्छुक है तो उसने सभी के लिए हां कर दी। ऐसे में उसने खुद के साथ-साथ रिश्तेदार व दोस्त रितेश कुमार, केशव, आयुष, दीपक व सन्नी को भी ऑस्ट्रेलिया भेजे जाने का सौदा तय किया और सभी से अलग-अलग समय पर 44 लाख रुपये ले लिए।

इसके बाद आरोपी ने केशव व आयुष को विदेश भेजने के लिए मुम्बई एयरपोर्ट पर बुलाया और वहां पर 25 दिन रहे तो उन्हें कई दिन जेल में भी बिताने पड़े। भारी परेशानी झेलने के बाद वे घर लौट आए। आरोपी ने उन्हें फर्जी वीजा व टिकटें थमा दी और वे ऑस्ट्रेलिया नहीं जा पाए। अब उसके रिश्तेदार व दोस्त भी उस पर रुपये वापस दिलाए जाने की मांग कर रहे हैं। आरोपी पहले भरोसा देता रहा और बाद में इनकार कर दिया। यहां तक कि उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी जाने लगी।

युवक को जर्मन भेजने का झांसा देकर 10 लाख रुपये ठगे

एक युवक को जर्मनी भेजने का झांसा देकर 10 लाख रुपये ठग लिए जाने का मामला पुलिस तक पहुंचा है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर तीन आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। बलवान सिंह ने पुलिस अधीक्षक को दी शिकायत में बताया कि वह सेक्टर 30 में किराए के मकान में रहता है, जहां गुरमेल, हरदेव व उनके परिवार की एक महिला ने उन्हें विश्वास में ले लिया और कहा कि वे उनके लड़के को सर्विया के रास्ते ऑस्ट्रेलिया और वहां से जर्मनी भेज देंगे लेकिन इसके लिए 10 लाख रुपये देने होंगे।

वर्ष 2021 में उन्होंने अलग-अलग समय पर आरोपियों को अलग-अलग रकम दी। जिसके बाद उसके बेटे को आरोपियों ने दिसंबर 2022 में दुबई के रास्ते सर्बिया भेज दिया, जहां उसके बेटे सोमबीर को परेशानी झेलनी पड़ी। दिसंबर 2022 में ही उसे सर्बिया से वापस भारत भेज दिया गया। इसके बाद जब आरोपियों से दी गई रकम लौटाने की बात की तो उन्होंने फिर उसके बेटे को विदेश भेजने का भरोसा दिया लेकिन उसे नहीं भेजा गया। बाद में रकम लौटाने से भी इनकार कर दिया और जान से मारने की धमकी दी जाने लगी।