कश्मीर के अनंतनाग में आतंकियों और जवानों के बीच कल मुठभेड़ हो गई थी, जिसमे दोनों तरफ से ताबड़तोड़ फायरिंग हुई. इस मुठभेड़ में एक जवान और तीन अधिकारियों ने देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी. इसमें हरियाणा के पानीपत जिले का भी एक जवान शहीद हुआ था. शहीद आशीष धौंचक को 23 अक्टूबर को गृहप्रवेश कार्यक्रम के लिए घर आना था. उस दिन उनका जन्मदिन था. मौत की सूचना पर परिवार में मातम छाया हुआ है. 23 अक्टूबर 1987 को जन्में आशीष धौंचक वर्ष 2012 में सिखलाई रेजिमेंट सेना में भर्ती हुए थे. बता दे उनकी तैनाती राजौरी, मेरठ और बठिंडा में रह चुकी थी.
- मेजर आशीष की 3 साल की मासूम बेटी भी है. मई में ही जींद में अपने साले की शादी में शामिल होने के बाद ड्यूटी पर लौटे थे. आशीष मूल रूप से पानीपत के बिंझौल गांव का रहने वाले हैं, वर्तमान में आशीष का परिवार सेक्टर-7 में किराए के मकान में रहता है. उनका नया घर टीडीआई में बन रहा है. इस घर के गृह प्रवेश समारोह के लिए उन्हें छुट्टी लेनी थी. उनके पिता लालचंद एनएफएल से सेवानिवृत्त हैं. वही, मां कमला गृहिणी हैं.
आशीष धौंचक (Aashish Donchak) अपने माता- पिता के इकलौते बेटे हैं. बता दे आशीष की बहनों की शादी हो चुकी है. 3 बहनों के इकलौते भाई की शहादत के बाद परिवार और गांव में मातम का माहौल है. सूचना पाकर शहर के लोग भी उनके घर पहुंच रहे हैं. बताया गया कि आशीष धौंचक जिंदादिल और खुशमिजाज स्वभाव के थे. उनके मित्र उनका बहुत सम्मान करते थे.