शहर में एक ऐसा स्कूल है, जहां बच्चे अपने सपने पूरा करने आते हैं. यह ऐसा स्कूल है, जहां बच्चे खेलकूद में शिक्षा ग्रहण करते हैं. इस स्कूल में बच्चों को पढ़ाने के लिए जो टीचर, प्रिंसिपल हमेशा तैयार रहती है, वह एक किन्नर हैं. अदिति अमेरिका में भी काम कर चुकी हैं.
अदिति बताती हैं कि 2015 में गरीब मां-बाप के बच्चों को इंग्लिश पढ़ाने की उम्मीद के साथ हरियाणा पब्लिक स्कूल की शुरुआत करनाल में की. शुरू में काफी बच्चे आने लगे, लेकिन समय के साथ-साथ स्कूल में बच्चों की संख्या कम होती गई. अदिति ने फिर भी हार नहीं मानी और लगातार मेहनत की.
स्वीपर रखने का बजट नहीं
आसपास के बच्चों को पढ़ाना शुरू किया, जिसके बाद अब जाकर बच्चों की संख्या 50 के करीब हो गई है. अदिति बच्चों को स्कूल में इंग्लिश के माध्यम से शिक्षा देती हैं. किन्नर अदिति शर्मा बताती हैं कि वह ऐसी प्रिंसिपल हैं जो स्कूल में बच्चों को पढ़ाती हैं और स्कूल की साफ-सफाई भी करती हैं. अदिति बताती हैं की उनके पास इतने पैसे नहीं की वह स्कूल में किसी स्वीपर को रख सकें. अदिति को इस स्कूल चलाने के लिए किसी भी तरह की कोई मदद भी नहीं मिलती, हालांकि पिछले दिनों एक संस्था ने मदद की और बच्चों के लिए स्कूल ड्रेस दिलवाई.
- बता दें की किन्नर अदिति शर्मा एक मां भी हैं, उन्होंने 1 दिन की बच्ची को गोद लिया था, और अब उनकी बेटी 9 महीने की है. उसका नाम एंजेल है और बड़े होकर उसको पायलट बनाना चाहती हैं. वहीं किन्नर अदिति शर्मा ने अपने स्कूल में बच्चों के लिए 2 प्लेन प्रोजेक्ट भी बनाए हैं, जिसमें बच्चे खेलते रहते हैं.
- ये प्रोजेक्ट लॉक डाउन में बनाए गए थे, वह भी कबाड़ से। अदिति को लोगों से उम्मीद है कि कुछ लोग सामने आएंगे, ताकि स्कूल को अच्छे से चलाया जा सके और बच्चों के सपने पूरे हों.