HARYANA VRITANT

करनाल। दनियालपुर गांव निवासी रोहन मुफलिसी को मात देकर बास्केट बॉल में अपना नाम चमका रहा है। आर्थिक रूप से कमजोर परिवार से होने के बावजूद रोहन ने परिस्थितियों को अपने लक्ष्य में बाधा नहीं बनने दिया। उसका लक्ष्य देश के लिए स्वर्ण पदक जीतना है।

सांकेतिक तस्वीर

रोहन ने बताया कि

रोहन ने बताया कि जिला व राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं के साथ-साथ इंटर कॉलेज प्रतियोगिताओं में भी उसने पदक जीते हैं। पिता प्राइवेट स्कूल में बस चालक हैं, इसके बावजूद उन्होंने रोहन के खेलने और अभ्यास में किसी तरह की अड़चन नहीं आने दी।

उसके पिता अपनी महीने भर की कमाई को भी

रोहन का कहना है कि उसके पिता अपनी महीने भर की कमाई को भी उसके खेल के लिए खर्च कर देते हैं। रोहन वर्तमान में यमुनानगर से बीएससी स्पोर्ट्स की पढ़ाई कर रहे हैं। मां कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में कार्य करतीं हैं। वह भी उसे खेलने के लिए प्रेरित करती हैं। रोहन ने बताया कि उसे खेलने की प्रेरणा दोस्त से मिली। जब वह आठवीं कक्षा में था तभी से बॉस्केट बॉल खेल रहा है।

रोहन की उपलब्धियां

  • 2023 में इंटर कॉलेज प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता।
  • 2022 में बॉस्केट बॉल की सीनियर स्टेट प्रतियोगिता खेली।
  • आईसीएसई नेशनल में भी भाग लिया है।
  • जिला स्तरीय प्रतियोगिताओं में कई पदक जीते हैं।