HARYANA VRITANT

करनाल। छोटी उम्र में बैडमिंटन प्रतियोगिताओं में नाम कमाकर सोमिल कांबोज मिसाल पेश कर रहे हैं। जिन्होंने महज छह साल की उम्र से ही कर्ण स्टेडियम में बैडमिंटन खेलना शुरू कर दिया था। सोमिल के पिता हरियाणा रोडवेज में चालक हैं, उन्होंने बताया कि जब वह अपने बेटे को पहली बार अपने दोस्त के साथ लेकर गए तो कोच ने यह कहकर कि उनकी उम्र व कद कम है, अकादमी में दाखिल करने से मना कर दिया था।

सांकेतिक तस्वीर

बाद में सोमिल की प्रतिभा देखकर वह इतने प्रभावित हुए कि उन्हें एक नजर में ही खेल पसंद आ गया। सोमिल अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में बेहतर प्रदर्शन कर देश का नाम चमकाना चाहते हैं।

बुआ से मिली प्रेरणा

सोमिल कांबोज ने बताया कि वह महज चार साल की उम्र में अपनी बुआ के साथ बैडमिंटन खेलने लगा था। जिस तरह उनकी बुआ आज पॉयलट बनकर जहाज उड़ाती हैं उसी तरह वह अपने रॉकेट से शटल को उड़ाते हैं। सोमिल के अनुसार उनके पिता ने उन्हें कम उम्र में कर्ण स्टेडियम की अकादमी में डालकर सपनों को परवान चढ़ाने में मदद की है। वहीं उनके मुख्य कोच व वर्तमान निदेशक खेल विभाग राकेश पांडे का उनकी कामयाबी में अतुलनीय योगदान रहा है।

सोमिल की उपलब्धियां

  • 2022 में जिला स्तरीय बैडमिंटन प्रतियोगिता के नौ व 11 आयु वर्ग मुकाबले में प्रथम व द्वितीय रहे।
  • 2023 में जिला स्तरीय 11 व 13 आयुवर्ग मुकाबलों में सिंगल व डबल में स्वर्ण व रजत जीता।
  • 2024 में 13 आयु वर्ग मुकाबलों में सिंगल में स्वर्ण व डबल में रजत पदक जीता।
  • अप्रैल 2024 में असंध में आयोजित प्रतियोगिता में प्रथम स्थान हासिल किया।
  • जुलाई 2024 में लिबर्टी समूह द्वारा आयोजित प्रतियोगिता के सिंगल में डबल में स्वर्ण व सिंगल में रजत पदक जीता।