HARYANA VRITANT

करनाल। कर्णनगरी का मुक्केबाज निशांत देव ओलंपिक के टिकट से दो कदम दूर है। मंगलवार को उसने थाइलैंड के बैंककॉक में आयोजित बॉक्सिंग प्रतियोगिता में बेहतर प्रदर्शन करते हुए मंगोलिया के मुक्केबाज ओटगोनबातर ब्याम्बा एर्डीन को शिकस्त देकर अगले मुकाबले में प्रवेश कर लिया है। बुधवार को उसका मुकाबला थाइलैंड के मुक्केबाज हॉसुंगनोएन पीरापत के साथ होगा।

निशांत अगर इस मुकाबले को जीतने में कामयाब होता है तो 31 मई को उसका फाइनल मुकाबला होगा। उसमें जीत के बाद निशांत जापान में आयोजित होने वाले ओलंपिक के लिए क्वालिफाई हो जाएगा। निशांत 71 किलो भारवर्ग में अब तक दो मुकाबलों में जीत हासिल कर चुका है। इससे पहले वह इटली में ओलंपिक क्वालिफाई मुकाबलों में ओलंपिक कोटे से एक कदम पीछे रह गया था। उसने इस मुकाबले में तीन फाइट में बेहतर प्रदर्शन करते हुए एकतरफा जीत हासिल की थी। निशांत के पास ओलंपिक कोटा का टिकट प्राप्त करने का यह आखिरी मौका है। ओलंपिक क्वालिफाई मुकाबले में इस जीत से करनाल कोट मोहल्ला स्थित उनके घर में खुशी का माहौल है।

प्रतिद्वंद्वी पर की थी पंचों की बौछार…

इटली में आयोजित की गई प्रतियोगिता में निशांत ने जॉर्जीयन के एस्केरखान मैडिएव पर पंचों की बौछार करते हुए 5-0, ग्रीस के कैराइटिस क्रिस्टोस को 5-0 व ब्रिटेन के जुईस रिचर्डसन को 3-1 से मात देकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया था। इस प्रतियोगिता में देश की ओर से अकेले निशांत देव ने ही बेहतर प्रदर्शन कर चयनकर्ताओं को आकर्षित किया था।

एशियाई खेलों में लहरा चुका परचम…

निशांत देव इससे पहले चीन में आयोजित एशियाई खेलों में भी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर चुका है। उसने पहले ही मुकाबले में नेपाल के लामा दिपेश को 5-0 से मात दी थी। निशांत के पिता पवन देव ने बताया कि बेटे निशांत ने अपनी प्रतिभा का बेहतर प्रदर्शन करते हुए जिले के साथ-साथ देश का नाम भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चमकाया है। निशांत का यदि ओलंपिक का टिकट पक्का होता है तो देश के लिए स्वर्ण पदक लाना उसका मुख्य उद्देश्य रहेगा।