HARYANA VRITANT

करनाल। इंडियन सोसाइटी फॉर क्लीनिकल रिसर्च (आईएससीआर) की ओर से क्लीनिकल रिसर्च थीम पर ऑनलाइन प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता आयोजित की गई। जिसमें देशभर के 23 मेडिकल कॉलेजों को पछाड़ते हुए कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज करनाल के विद्यार्थियों ने प्रथम स्थान प्राप्त कर संस्थान का नाम रोशन किया। आईएससीआर की ओर से घोषित परिणाम के बाद संस्थान निदेशक डॉ. एमके गर्ग ने विजेता विद्यार्थियों व एसोसिएट प्रो. डॉ. नेहा रानी को बधाई दी।

सांकेतिक तस्वीर

कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज के फार्माकोलोजी विभाग की एसोसिएट प्रो. डॉ. नेहा रानी ने बताया कि आईएससीआर की ओर से दवा की प्रभाविकता की प्रमाणिकता के लिए केवल एक ही पद्धति मानी गई है। जिसे क्लीनिकल ट्रायल कहा जाता है। विश्व की सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश होने के नाते भारत में क्लीनिकल ट्रायल अग्रणी रोल निभाना अपेक्षित है। ऐसे में क्लीनिकल रिसर्च को बढ़ावा देने के उद्देश्य के साथ इंटरनेशनल क्लीनिकल ट्रायल डे पर क्विज प्रतियोगिता आयोजित की गई।

फार्माकोलोजी विभाग से डॉ. जंयत कैरी ने बताया कि देशभर के 24 मेडिकल कॉलेजों के एमबीबीएस के 72 विद्यार्थियों ने भाग लिया। यह प्रतियोगिता तीन चरणों में आयोजित की गई। इसमें प्रथम चरण के प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले विजेता विद्यार्थियों ने सेमीफाइनल व फाइनल राउंड में भाग लिया। फाइनल राउंड में छह कॉलेजों के 18 विद्यार्थियों ने भाग लिया। जिसमें 50 में से 45 अंक अर्जित कर कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज के विद्यार्थी अंशुला गिरधर, रब्बानी खुराना व देवांश मिश्रा ने प्रथम स्थान हासिल किया। एमएस रैमिया मेडिकल कॉलेज ने द्वितीय व मैसूर मेडिकल कॉलेज एवं रिसर्च इंस्टीट्यूट ने तृतीय स्थान हासिल किया। कॉलेज निदेशक डॉ. एमके गर्ग ने विजेता विद्यार्थियों और फार्माकोलोजी विभाग के डॉक्टरों के प्रयासों की सराहना की।