Karnal News हरियाणा में सरकारी चावल की हेराफेरी का मामला सामने आया है, जिसमें चार मिल संचालकों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। इन मिलों ने तय समय सीमा में चावल नहीं लौटाया, जिससे सरकार को करीब 18 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
समय पर नहीं लौटाया चावल, निरीक्षकों पर भी सवाल
सीएमआर का कार्य करने वाले इन राइस मिलों ने समय सीमा में चावल नहीं लौटाया, जिससे हैफेड और खाद्य आपूर्ति विभाग को भारी नुकसान हुआ। इसके साथ ही, विभागीय निरीक्षकों की भूमिका भी संदिग्ध मानी जा रही है, जिनकी अनदेखी से यह हेराफेरी संभव हुई।
पहले से डिफॉल्टर मिल को फिर मिला धान
हैफेड डीएम अमित कुमार के अनुसार, तीन राइस मिलों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं। इनमें एक डिफॉल्टर मिल, रामा इंडस्ट्रीज, भी शामिल है, जिसे पिछले साल डिफॉल्टर होने के बावजूद धान आवंटित किया गया था।