पिहोवा। अनाज मंडी और खरीद केंद्रों पर गेहूं के धीमी गति से हो रहे उठान से आढ़तियों में रोष है। इस संबंध में आढ़ती मार्केट कमेटी कार्यालय, एसडीएम, डीएफसी और हैफेड और डीसी तक को शिकायत कर चुके हैं लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। अब आढ़तियों ने मंडी को ताला लगाने की चेतावनी दी है।
जानकारी के अनुसार पिहोवा अनाजमंडी और खरीद केंद्र में करीब 28 लाख बैग की खरीद हुई थी, जिसमें 30 प्रतिशत बैग का उठान अभी बकाया है। आढ़तियों का आरोप है कि जिन ट्रांसपोर्टरों ने पिहोवा मंडी के अलावा आसपास की अनाज मंडियों से भी उठान का ठेका लिया हुआ है। उनके पास गाड़ियों का टोटा है। पूरे दिन में उनकी गाड़ी पिहोवा से करीब 10 हजार कट्टों का ही उठान कर रही हैं।
आढ़तियों का कहना है ट्रांसपोर्टर के पास…
आढ़तियों का कहना है ट्रांसपोर्टर के पास पिहोवा मंडी के कम से कम 40 गाड़ी होनी चाहिए, मगर वे सिर्फ 8-10 से उठान कर रहे हैं। शिकायत करने वे अपनी गाड़ी सोलू माजरा साइलो में खड़ी दिखा रहे हैं, जबकि हकीकत में वे अपनी गाड़ियों से अन्य अनाज मंडियों में उठान करवाकर उसे साइलो पर भेजते हैं। गेहूं का उठान न होने से इसका सीधा नुकसान आढ़तियों को हो रहा है। गर्मी और लू के कारण गेहूं का वजन पर असर पड़ रहा है। प्रति गाड़ी आढ़ती को करीब 10 हजार रुपये का नुकसान हो रहा है।
वहीं मंडी एसोसिएशन के प्रधान नंद लाल सिंगला ने बताया कि धीमी गति से उठान के चलते सीजन लंबा चल गया है। इससे गेहूं का वजन कम होने के साथ मंडी और खरीद केंद्र से चोरी की वारदातें भी हो रही है। इस कारण सभी आढ़ती प्रशासन के खिलाफ मुखर हुए है। प्रशासन उनकी मांग पर तुरंत कार्रवाई करते हुए ट्रांसपोर्टर को ब्लैक लिस्ट करे। साथ ही उठान तेजी से कराने का प्रबंध करे। अन्यथा वे मंडी को ताला लगाकर प्रदर्शन करने का मजबूर होंगे।
कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारियों को भेजी सिफारिश
मार्केट कमेटी के सचिव चंद्र सिंह ने बताया कि उठान की समस्या को लेकर उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया है। पिहोवा में धीमी गति से उठान होने का कारण ट्रांसपोर्टर के पास गाड़ियों की कमी होना पाया गया है। इस संबंध में अधिकारियों को ट्रांसपोर्टर के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश करेंगे।