HARYANA VRITANT

करनाल। रोडवेज बसों में निशुल्क सफर के लिए जारी हैप्पी कार्ड अभी तक नहीं बंट पाए हैं। करीब 18 हजार कार्ड अभी भी वितरित होने शेष हैं, जिनके लाभार्थियों से रोडवेज की टीमें संपर्क कर रही हैं। कार्ड वितरण के लिए ग्राम स्तर पर व्यवस्था की गई है। करीब 10 टीमें रोजाना विभिन्न गांवों में जाती हैं और सरपंचों के माध्यम से मुनादी कराते हुए लोगों को हैप्पी कार्ड दिए जा रहे हैं।

सांकेतिक तस्वीर

विदित हो कि इससे पहले रोडवेज की ओर से हैप्पी कार्ड वितरण के लिए उपमंडल, खंड के अलावा गांव स्तर पर भी कार्ड वितरण की व्यवस्था की गई है। इसके बावजूद कार्ड नहीं बंट पाए हैं, जबकि विभाग की ओर से 30 जून तक कार्ड बांटने का लक्ष्य रखा था। शुरुआत में तकनीकी दिक्कतों और भीड़ ज्यादा होने के कारण कार्ड वितरण का काम धीमा रहा। लेकिन बाद में जब विभाग की ओर से व्यवस्था बनाई गई तो अब रोजाना करीब डेढ़ हजार कार्ड लोगों तक पहुंच पा रहे हैं। करनाल में करीब 72 हजार लोगों के कार्ड बनाए गए हैं, इनमें से 55 हजार के करीब कार्ड वितरित हो चुके हैं।

ई-टिकटिंग प्रणाली से जुड़ी है योजना

जीएम रोडवेज कुलदीप सिंह ने बताया कि यह स्मार्ट कार्ड सीधे ई-टिकटिंग प्रणाली से कनेक्ट हैं। योजना के लिए लाभार्थियों की पहचान परिवार पहचान पत्र (पीपीपी) माध्यम से की जाएगी। हैप्पी कार्ड के लिए आवेदन प्रक्रिया पारदर्शी, सरल और ऑनलाइन है। कार्ड के लिए आवेदक को 50 रुपये वन टाइम एक्टिवेशन चार्ज के रूप में देने होते हैं।

जिन व्यक्तियों ने हैप्पी कार्ड के लिए आवेदन किया हुआ है, वे अपना हैप्पी कार्ड पुराना बस स्टैंड से प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए उनके मोबाइल पर संदेश के माध्यम से आए पंजीकरण संख्या व ओटीपी को दिखाकर अपना हैप्पी कार्ड प्राप्त कर सकते हैं। यदि किसी आवेदक का हैप्पी कार्ड के लिए आया संदेश उसके मोबाइल से डिलीट हो गया है, तो वे भी आवेदन की पंजीकरण संख्या दिखाकर अपना हैप्पी कार्ड प्राप्त कर सकते हैं।