कैथल। गुहला में आर्मेनिया भेजकर नौकरी दिलाने के नाम पर दो युवकों के साथ 12 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है। इस मामले में शिकायत के आधार पर पुलिस ने एक महिला सहित चार आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
गौरव ने शिकायत में बताया कि…
गांव थेह बुटाना निवासी गौरव ने शिकायत में बताया कि वह विदेश जाना चाहता था। सोशल मीडिया के माध्यम से उसने नमन कंसलटेंट सेक्टर-35 से चंडीगढ़ का पता चला। उसने उसके मोबाइल पर फोन किया तो वहां पर विक्की नामक व्यक्ति से बातचीत हुई।
उसने उसे कहा कि वह उसे आर्मेनिया भेजकर ई वीजा लगवा देंगे और वहां पर 40 हजार रुपये प्रति महीने की नौकरी भी मिल जाएगी। इसके लिए आरोपियों ने चार लाख 75 हजार रुपये की मांग की। शुरुआती दौर की बातचीत में उसने कहा कि वह अभी विदेश नहीं जाना चाहता क्योंकि अभी उसके पास इतनी राशि नहीं है।
इसके बाद आरोपियों ने उसे विश्वास में लेकर आरोपी विक्की और रघु सितंबर 2023 में उनके घर आए तथा उनके परिवार को सहमत कर लिया। यही नहीं उन्होंने उसके साले सिद्धांत राणा को भी उसके साथ काम दिलवाने की बात कही। आरोपियों ने 26 मार्च 2023 को उसे मुंबई एयरपोर्ट से होते हुए कतर भेज दिया और 29 सितंबर 2023 को आर्मेनिया भेज दिया।
इस पर आरोपियों ने कहा कि अभी यहां पर ठंड होने के कारण काम नहीं मिल पाता। कुछ ही दिन के बाद उसका साला सिद्धांत भी उसके पास पहुंच गया। इसके बाद आरोपियों ने उन्हें कहा कि वह उनका इटली का वीजा लगवा देंगे। आरोपी विकी रघु, नवनीत और सोनी ने उसे वह उसके साले को वीजा लगवा कर रूस भेज दिया।
फिनलैंड भेजने की बजाय बेलारूस भेज दिया…
इसके बाद उन्हें फिनलैंड भेजने की बजाय बेलारूस भेज दिया। जब वह बेलारूस पहुंचे तो आरोपी ने उसे उसके साले सिद्धांत राणा ने उनसे संपर्क किया तो वहां पर उन्हें शुभ दलबीर सिंह निवासी तरनतारन जिला अमृतसर पंजाब मिला। आरोपी ने अपने अन्य साथियों के साथ उनके साथ मारपीट की तथा उनसे एक-एक हजार डालर भी ले लिए।
बाद में आरोपी उनके साथ मारपीट करते रहे तथा उनके परिजनों से अलग-अलग समय में राशि वसूलते रहे। आरोप है कि आरोपियों ने उनसे 12 लाख की नकदी वसूली। बाद में वह 4 जून 2024 को बेलारूस से डिपोट होकर वापस भारत आए। मामले के जांच अधिकारी एएसआई सुभाष ने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।