HARYANA VRITANT

कैथल। आरकेएसडी कॉलेज में बने ईवीएम स्ट्रॉन्ग रूम के बाहर बैठे आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं को उन्हें कॉलेज से बाहर खदेडऩे के पुलिस पर आरोप लगे हैं। पार्टी की ओर से यह सवाल भी उठाया गया कि ईवीएम सुरक्षा के दृष्टिगत बैठे कार्यकर्ताओं को इस प्रकार देर रात को बाहर निकालने के पीछे क्या मत पेटियों से छेड़छाड़ की मंशा है। इस संबंध में इंडिया गठबंधन से उम्मीदवार डॉ. सुशील गुप्ता ने व्हाट्सएप ग्रुपों में एक ऑडियो भी वायरल की है।

सांकेतिक तस्वीर

इसमें कहा गया है कि पार्टी के कार्यकर्ता सुबह से ही आरकेएसडी कॉलेज में बने स्ट्रांग रूम के बाहर सुरक्षा के दृष्टिगत बैठे थे। पुलिस ने देर रात को उन्हें वहां से निकाल दिया जबकि ऐसा नहीं किया जा सकता है। वहां बैठने के लिए उन्होंने संबंधित अधिकारियों से भी अनुमति ली थी। इसके बावजूद कार्यकर्ता को वहां से बाहर कर दिया गया। इस मामले के बाद सोमवार को सुबह डीएसपी मुख्यालय उमेद सिंह आरकेएसडी कॉलेज में पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग की हिदायत के अनुसार कोई भी राजनीतिक पार्टी का एजेंट या प्रत्याशी कभी भी स्ट्रॉन्ग रूम का निरीक्षण कर वहां रखी ईवीएम सील को भी चेक कर सकता है।

स्ट्रांग रूम की कड़ी निगरानी के लिए…

प्रशासन की ओर से स्ट्रांग रूम की कड़ी निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जिनकी रिकॉर्डिंग भी चेक की जा सकती है। स्ट्रॉन्ग रूम की निगरानी के लिए तीन तरह की सुरक्षा लगाई गई है, जिनको निर्देश दिए गए हैं कि जो भी प्रत्याशी या एजेंट स्ट्रॉन्ग रूम का निरीक्षण करने आएं, उनके आई कार्ड चेक कर रजिस्टर में एंट्री की जाए। उसके बाद यदि वह ईवीएम मशीनों की सील देखना चाहता है तो उसको दिखाई जाए।

आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा कॉलेज के गेट के आगे बैठने को लेकर हुए विवाद पर उन्होंने कहा कि उनके सामने अभी तक ऐसा कोई विवाद नहीं आया है। न ही आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं ने उन्हें इस संबंध में कोई शिकायत दी। वे स्वयं अलग-अलग समय में स्ट्रॉन्ग रूम का निरीक्षण कर रहे हैं। सीआरपीएफ और पुलिस की टीमें लगाई गई हैं। कोई प्रत्याशी जांच करना चाहे तो सीसीटीवी कैमरे में सील वगैरह की जांच कर सकता है, परिसर में बैठ भी सकते हैं। किसी पुलिस कर्मी ने किसी भी पार्टी के कार्यकर्ताओं को यहां से नहीं खदेड़ा, अपने आप यहां से गए होंगे।