HARYANA VRITANT

कैथल। जिला परिषद के माध्यम से गांवाें में सफाई के लिए आई 10 करोड़ रुपये की ग्रांट में से सात करोड़ रुपये की राशि का गबन आरोपियों ने कई बार फर्जी बिल बनाकर किया था। इस मामले में राजनेता से लेकर जिला पार्षद मुखर हुए, लेकिन इस मामले में आगागी कार्रवाई शुरू नहीं हो पाई थी। ऐसे में समय बीतता गया, लेकिन कोई पुख्ता सबूत नहीं मिलने पर किसी भी एक आरोपी तक की गिरफ्तार नहीं हो सकी थी।

सांकेतिक तस्वीर

जैसे ही कैथल के भाजपा विधायक ने अपनी ही सरकार को इस मामले में लिखित में शिकायत दी तो एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने जांच शुरू कर दी थी। इसे पूरा होने में करीब चार साल का समय लग गया था। जैसे ही जांच पूरी हुई तो एसीबी की टीम को बड़ी सफलता हाथ लगी और एक साथ सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। जांच पूरी होते ही एसीबी ने विधायक लीला राम को दी गई शिकायत के आधार पर 15 आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए 10 टीमों को लगाया गया था।

इसमें से दो टीमें डीएसपी स्तर की भी बनाई गई जबकि नौ इंस्पेक्टर की टीमें बनाई गई। अभी और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एसीबी की अलग-अलग टीमों अलग-अलग जगहों पर दबिश दे रही हैं। अभी एसीबी की ओर से शेष अन्य आरोपियों को अगले एक से दो दिन के अंदर गिरफ्तार भी किया जा सकता है।

जिला परिषद में गांवाें की सफाई के लिए आई 10 करोड़ रुपये की ग्रांट में से सात करोड़ रुपये की राशि का गबन करने के मामले में 15 आरोपी शामिल है। इसमें से अभी महज सात आरोपियों को ही गिरफ्तार किया गया है। अन्य आरोपियों को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। – महेंद्र सिंह, प्रभारी, एंटी करप्शन ब्यूरो, कैथल।

बिना प्रस्ताव पास की गई राशि…

वर्ष 2021 में जब पंचायत के चुनावों की घोषणा होनी तो उस समय आचार संहिता लगने से पहले ही अधिकारियों ने बिना पार्षदों की मौजूदगी में सफाई के लिए आई इस ग्रांट की राशि का प्रस्ताव पास कर लिया था। इसके बाद यह राशि जैसे ही आई तो आरोपी अधिकारियों व ठेकेदारों ने आपस में मिलकर इस गबन कर लिया था। यह गबन खाते में रुपये डालने के बाद किया गया।

किस आरोपी ने कितने रुपये अपने खाते में डलवाए…

आरोपी का नाम
राशि डलवाई

एक्सईएन नवीन
78 लाख रुपये

जेई जसबीर
26.89 लाख रुपये

ठेकेदार अभय
47 लाख रुपये

ठेकेदार अनिल
67 लाख रुपये

ठेकेदार राजेश
41 लाख रुपये

ठेकेदार दिलबाग
1.62 करोड़ रुपये