कैथल। जिला कैथल के कुख्यात गैंगस्टर सुरेंद्र ग्योंग के भाई जोगिंद्र ग्योंग को फिलीपींस में वहां की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। वह दो वर्ष से वहां रह रहा था। पुलिस के मुताबिक, उसने एक नेपाली पासपोर्ट बनाया था, जिसमें उसने स्वयं को नेपाल का रहने वाला कांत गुप्ता दर्शाया था और उसी के आधार पर फिलीपींस में रहकर कारोबार कर रहा था। जोगिंद्र ग्योंग पर हरियाणा के कई जिलों में हत्या, फिरौती, हत्या का प्रयास, लूट, डकैती व अन्य आपराधिक मामले दर्ज हैं। अब कैथल पुलिस को आरोपी के डिपोर्ट होने का इंतजार है। पुलिस जोगिंद्र पर कैथल में दर्ज हुए मामलों की पड़ताल में जुटी है कि किस मामले में क्या कार्रवाई हुई है और किसमें बाकी है।
एनकाउंटर जयदेव की मुखबिरी के कारण
पुलिस के मुताबिक, सुरेंद्र ग्योंग के एनकाउंटर के बाद उसके भाई जोगिंद्र ने करनाल के एक युवक जयदेव शर्मा की हत्या की थी। जोगेंद्र को शक था कि सुरेंद्र ग्योंग का एनकाउंटर जयदेव की मुखबिरी के कारण हुआ है। पानीपत में भी उसने एक व्यक्ति की हत्या की थी। पुलिस ने एक मामले में उस पर 50 हजार रुपये का इनाम रखा था। यही नहीं, कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला को भी उसने जान से मारने की धमकी दी थी।
कैथल की बात करें तो वर्ष 2006 में हुए कैथल के प्लाइवुड व्यापारी नरेंद्र अरोड़ा हत्याकांड भी जोगिंद्र ने ही किया था। उसके बाद वह दक्षिण अफ्रीका भाग गया था और जोगिंद्र ग्योंग को उसके दो अन्य साथियों के साथ पुलिस ने 2007 में वहीं से गिरफ्तार कर लिया था। गौरतलब है कि गैंगस्टर सुरेंद्र ग्योंग को जनवरी 2017 को करनाल और कैथल पुलिस के संयुक्त ऑपरेशन के तहत करनाल के गांव राहड़ा में उस वक्त एनकाउंटर में मार गिराया गया था, जब वह अपनी होंडा सिटी कार में असंध की ओर जा रहा था। जोगिंद्र ग्योंग ने इसके पीछे सुरेंद्र ग्योंग के साथी रहे जयदेव पर मुखबिरी का शक जताया था, जिसके चलते करनाल में उसकी हत्या कर दी थी।