HARYANA VRITANT

Kaithal News पराली जलाने के मामलों में बढ़ते केसों के चलते हरियाणा के कैथल जिले में प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए 13 किसानों को गिरफ्तार किया। यह पहली बार है जब प्रदेश में पराली जलाने के मामले में किसानों की गिरफ्तारी हुई है। कैथल के गुहला-चीका, पूंडरी, ढांड और सीवन में मुकदमे दर्ज किए गए। हालांकि गिरफ्तारी के कुछ देर बाद ही किसानों को जमानत मिल गई, लेकिन प्रशासन ने जल्द ही अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के आदेश दिए हैं।

सांकेतिक तस्वीर

पराली जलाने के 368 केस रेड एंट्री में, 14 किसानों के चालान

प्रदेशभर में अब तक 368 किसानों की जमीन रेड एंट्री श्रेणी में डाली जा चुकी है, जिसमें 32 मामले रविवार को ही दर्ज हुए। इन किसानों को दो सीजन तक मंडियों में फसल बेचने की अनुमति नहीं मिलेगी। इसके अलावा 14 किसानों के चालान भी काटे गए और अब तक कुल 317 चालान कर 8.15 लाख रुपये का जुर्माना वसूला गया है।

हरियाणा में बढ़ते पराली जलाने के मामले, कैथल में सबसे ज्यादा केस

रविवार को प्रदेश में 11 नए पराली जलाने के मामले दर्ज हुए, जिनमें से सात कैथल में सामने आए। प्रदेश में अब तक कैथल से सबसे अधिक 130 केस दर्ज हो चुके हैं। इसके बाद कुरुक्षेत्र, करनाल और सोनीपत में भी पराली जलाने के मामले बढ़ रहे हैं।

पराली प्रबंधन में लापरवाही पर नोटिस जारी: मुख्य सचिव

मुख्य सचिव टीवीएस एन प्रसाद ने पराली प्रबंधन को लेकर सभी डीसी और अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की और सख्त निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अगर अधिकारी पराली जलाने से रोकने में असमर्थ हैं तो उन्हें नोटिस जारी कर कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा, कृषि विभाग के 13 कर्मियों को भी नोटिस जारी किए गए हैं।

हरियाणा के 8 शहर सबसे प्रदूषित

पराली जलने के कारण हरियाणा के शहरों में वायु गुणवत्ता में गिरावट दर्ज की गई है। देश के 22 शहरों में से 8 सबसे प्रदूषित शहर हरियाणा के हैं। इनमें सोनीपत, भिवानी, पानीपत, कुरुक्षेत्र, रोहतक, गुरुग्राम, हिसार और चरखी-दादरी शामिल हैं।