HARYANA VRITANT

Kaithal News कैथल में पराली जलाने के 106 मामले सामने आ चुके हैं। शुक्रवार को विभाग को छह और पराली जलाने की लोकेशन मिली। इस वजह से जिले में वायु प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ रहा है, जिससे एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) शुक्रवार को 311 तक पहुंच गया।

सांकेतिक तस्वीर

अस्पतालों में सांस और आंखों के मरीजों की बढ़ती संख्या

जिला नागरिक अस्पताल में वायु प्रदूषण का असर दिखने लगा है। सांस और आंखों के मरीजों की ओपीडी में बढ़ोतरी हुई है। आंखों के मरीजों की संख्या 200 के करीब पहुंच गई है, जबकि सांस के मरीजों की संख्या 60 से अधिक हो चुकी है। सामान्य दिनों में यह संख्या क्रमशः 100 और 25 रहती थी।

चिकित्सकों को अलर्ट मोड पर रखा गया

वायु प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए, स्वास्थ्य विभाग ने चिकित्सकों को अलर्ट मोड पर रहने के आदेश दिए हैं। नेत्र रोग और श्वसन रोग विशेषज्ञों को विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। मरीजों को प्रदूषण से बचने के उपाय भी बताए जा रहे हैं।

किसानों पर दो लाख रुपये का जुर्माना, कोई एफआईआर नहीं

अभी तक पराली जलाने के 106 मामलों में दो लाख रुपये का जुर्माना लगाया जा चुका है, लेकिन किसी भी किसान के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं हुई है। कृषि विभाग लगातार किसानों को पराली न जलाने के लिए जागरूक कर रहा है।

वायु प्रदूषण का समयानुसार बढ़ता स्तर (शुक्रवार)

  • सुबह 6 बजे: 294
  • सुबह 7 बजे: 297
  • सुबह 8 बजे: 300
  • सुबह 9 बजे: 303
  • सुबह 10 बजे: 306
  • सुबह 11 बजे: 307
  • दोपहर 12 बजे: 309
  • दोपहर 1 बजे: 310
  • अपराह्न 3 बजे: 311

(यह डाटा केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड की वेबसाइट से लिया गया है।)