मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सोमवार को जिला परिषद चेयरमैन की बैठक के दौरान महिला चेयरमैन के प्रतिनिधियों को आईना दिखा दिया। पत्नियों की चौधर संभाल रहे जिला परिषद चेयरमैन प्रतिनिधियों को मुख्यमंत्री कड़ी नसीहत देते हुए बैठक से बाहर निकाल दिया। मुख्यमंत्री ने साफ कर दिया कि पहले की तरह अब नहीं चलेगा। जिसके पास जो पद है, वह ही उस पद के लिए जिम्मेदार है। हालांकि पहले मुख्यमंत्री ने उनकी पत्नियों से पूछा कि क्या वे चाहती हैं कि उनके पति बैठक में रहें, तो सभी ने ना में जवाब दिया। इसके बाद प्रतिनिधियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया।
बता दें कि हरियाणा निवास में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सोमवार को सभी जिला परिषदों के चेयरमैन की बैठक बुलाई थी। इसमें विकास एवं पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली समेत मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव व अन्य अधिकारी मौजूद रहे। महिलाओं ने कहा कि जब पंचायती राज एक्ट में सरकार ने 50 प्रतिशत महिलाओं को आरक्षण दिया है और वह सभी पढ़ी लिखी हैं तो वह खुद अपनी बात रखेंगी। इसके बाद से ही ये चर्चा का विषय बना हुआ है और लोग मुख्यमंत्री के इस फैसले को सराह भी रहे हैं।