Illegal Immigrants अमेरिका से डिपोर्ट किए गए 104 भारतीय नागरिकों को कैदियों की तरह विमान में भरकर भारत लाया गया। सभी के हाथों में हथकड़ियां और पैरों में बेड़ियां थीं, जिससे उनके साथ अपराधियों जैसा सलूक किया गया।

अमृतसर एयरपोर्ट पर लैंड हुआ विमान
बुधवार को अमेरिका से रवाना हुआ सी-17 विमान दोपहर 2:15 बजे श्री गुरु रामदास इंटरनेशनल एयरपोर्ट, अमृतसर पर लैंड हुआ। विमान में कुल 104 भारतीय सवार थे, जिन्हें अमेरिका की सेना की निगरानी में भेजा गया।
35 घंटे की लंबी उड़ान के बाद भारत पहुंचे नागरिक
यह विमान मंगलवार को अमेरिका के टेक्सास स्थित सैन एंटोनियो से रवाना हुआ था और 35 घंटे की लंबी उड़ान के बाद अमृतसर पहुंचा। विमान के आगमन से पहले ही भारत सरकार के विभिन्न विभागों के अधिकारी एयरपोर्ट पर मौजूद थे, जिनमें गृह मंत्रालय, भारतीय सेना और अन्य एजेंसियों के अधिकारी शामिल थे।
भारत-अमेरिका अधिकारियों के बीच बैठक
अमृतसर पहुंचने के बाद एयरपोर्ट के एविएशन क्लब में अमेरिकी अधिकारियों और भारत सरकार के अधिकारियों की बैठक हुई। सूत्रों के मुताबिक, बैठक में अवैध तरीके से अमेरिका जाने वालों पर चर्चा हुई। अमेरिकी अधिकारियों ने भारत से ऐसे एजेंटों पर सख्त कार्रवाई की मांग की, जो अवैध रूप से लोगों को विदेश भेजते हैं।
हथकड़ियों में जकड़े भारतीयों पर सवाल
डिपोर्ट किए गए सभी भारतीयों को अमेरिका सरकार द्वारा हथकड़ियों और बेड़ियों में बांधकर विमान में बैठाया गया। इस तरह का व्यवहार क्यों किया गया, इस पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। भारत सरकार की ओर से भी इस पर प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।

कस्टम व इमीग्रेशन जांच के बाद घर भेजे जाएंगे नागरिक
एयरपोर्ट पर सभी भारतीय नागरिकों की कस्टम और इमीग्रेशन जांच की जा रही है। उनके दस्तावेजों और बैकग्राउंड की गहन जांच के बाद ही उन्हें उनके घर भेजा जाएगा। यदि किसी के खिलाफ कोई आपराधिक मामला दर्ज पाया जाता है, तो उसे तुरंत हिरासत में लेकर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
हरियाणा, पंजाब, गुजरात सहित कई राज्यों के नागरिक शामिल
डिपोर्ट किए गए 104 भारतीयों में हरियाणा के 34, गुजरात के 33, पंजाब के 30, महाराष्ट्र के 3, और उत्तर प्रदेश व चंडीगढ़ के 2-2 नागरिक शामिल हैं। इनमें आठ से दस साल के कुछ बच्चे भी शामिल हैं। अमेरिका सरकार ने कुल 205 लोगों की सूची जारी की थी, लेकिन बाकी लोगों की वापसी को लेकर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है।