गृह मंत्री अनिल विज मनी लांड्रिंग के मामलों में सख्त रवैया अपना चुके हैं। इस बीच एक बार फिर से गृह मंत्री अनिल विज ने प्रदेश में कबूतर बाजी के मामले पर लगाम लगाने के लिए एक बार फिर कड़ा रुख लिया है उन्होंने हाल ही में एक एसआईटी का गठन किया है।
प्रदेश में पिछले कई सालों से मनी लॉन्ड्रिंग और कबूतर बाजी के मामले सामने आ रहे
शुरू से ही अनिल विज का अपराध और अपराधियों पर कड़ा रुख रहा है इसीलिए प्रदेश में गृह मंत्री अनिल विज गब्बर के नाम से भी प्रख्यात है वही बार-बार आने पुलिस ने यह फैसला लेते हुए साफ तौर पर जाहिर कर दिया कि प्रदेश में अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं है
पिछले वर्ष ऐसे ही मामलों पर लगाम लगाने के लिए करनाल रेंज के आईजी भारती अरोड़ा के नेतृत्व में एसआईटी गठित की गई थी और लगभग 400 से ज्यादा मामलों पर एफ आई आर दर्ज कर कार्रवाई की गई थी। इसलिए फिर प्रदेश में बढ़ रहे मनी लॉन्ड्रिंग धोखाधड़ी के मामलों से प्रदेश के युवाओं को बचाने के लिए गृहमंत्री ने यह निर्णय लिया है।
पिछले साल 400 से ज्यादा मामलों पर हुई थी कार्यवाही
SIT में कितनी है सदस्यों की संख्या
हरियाणा में मनी लांड्रिंग और धोखाधड़ी के मामलों को संज्ञान में लेते हुए पिछले वर्ष करीब साढ़े चार सौ से ज्यादा मामलों पर कार्रवाई की गई थी। और इस प्रकार की घटनाओं में कमी भी आई थी। लेकिन एक बार फिर इस तरह के अपराध प्रदेश में अपने पांव पसार रहे हैं। इसी स्थिति को देखते हुए एक बार फिर गृह मंत्री अनिल विज ने एसआईटी का गठन किया है।SIT की इस टीम में आईजी शिबास कविराज के नेतृत्व में 3 सदस्य की एसआईटी गठित की गई है।