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Hissar News हिसार में पुलिस हिरासत में आरोपी की तबीयत बिगड़ने का मामला सामने आया है। नागरिक अस्पताल पहुंचे जगदीश बताया कि पुलिस वालों ने हाथ-पैर बांधकर थर्ड डिग्री टॉर्चर दिया। उसे करंट भी लगाया गया। इससे वह बेहोश हो गया। 

हिसार में पुलिस हिरासत में आरोपी की तबीयत बिगड़ने का मामला सामने आया

हिसार में मादक पदार्थ अधिनियम के एक मामले में नारकोटिक्स नियंत्रण ब्यूरो द्वारा गिरफ्तार किए आरोपी मंगाली गांव निवासी जगदीश की पुलिस हिरासत में सोमवार देर शाम तबीयत बिगड़ गई। मंगलवार को उसे नागरिक अस्पताल के आपातकालीन कक्ष में भर्ती कराया गया। वहीं, जगदीश के परिजनों ने पुलिस पर थर्ड डिग्री इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है। इतना ही नहीं चिकित्सक द्वारा एमएलआर न काटने पर आपातकालीन कक्ष में हंगामा कर दिया। चिकित्सक ने जगदीश को प्राथमिक उपचार के बाद मेडिकल कॉलेज अग्रोहा रेफर कर दिया। मामले का पता चलने पर डीएसपी विजयपाल और आजाद नगर थाना प्रभारी ईश्वर सिंह मौके पर पहुंचे।

परिजनों ने थर्ड डिग्री टॉर्चर का लगाया आरोप

नागरिक अस्पताल पहुंचे जगदीश के छोटे भाई श्रवण और मामा रणधीर ने बताया कि मूलरूप से जगदीश हिंदवान गांव का रहने वाला है और फिलहाल मंगाली में अपनी ससुराल में रहता है। सोमवार सुबह नारकोटिक्स टीम ने घर से जगदीश को हिरासत में लिया था। पुलिस से बार-बार पूछने के बाद भी नहीं बताया कि जगदीश को कहां लेकर गए। बाद में पता चला पुलिस लाइन में नारकोटिक्स सेल में रखा गया है।

मंगलवार सुबह खाना देने के लिए गए तो पता चला कि सोमवार देर शाम जगदीश की तबीयत बिगड़ने के कारण उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसके बाद नागरिक अस्पताल पहुंचे। इस दौरान जगदीश ने बताया कि पुलिस वालों ने हाथ-पैर बांधकर थर्ड डिग्री टॉर्चर दिया। उसे करंट भी लगाया गया। इससे वह बेहोश हो गया। सुबह उसे अस्पताल में भर्ती कराया।

इसके बाद जगदीश की तरफ से अस्पताल पहुंचे वकील और उनके परिजन एमएलआर कटवाने की मांग पर अड़े रहे। एमएलआर कटवाने को लेकर हंगामा भी किया। वकील आपातकालीन कक्ष में वीडियो बनाने लगे। इसी दौरान चिकित्सक ने मरीज की हालत को देखते हुए उसे मेडिकल कॉलेज अग्रोहा रेफर कर दिया।

डॉक्टर के अनुसार

आपातकालीन कक्ष में भर्ती मरीज की जांच की। जांच में शरीर में अधरंग आने की बात सामने आई। मरीज को मेडिकल कॉलेज अग्रोहा रेफर कर न्यूरो सर्जन की ओपिनियन लिखी है। 

पुलिस के अनुसार

पुलिस हिरासत में आरोपी को थर्ड डिग्री देने के आरोप निराधार हैं। पुलिस ने आरोपी से पूछताछ की है। नशा तस्करी के मामले से जुड़े होने के कारण आरोपी को हिरासत में लिया था।