हरियाणा में कड़ाके की ठंड का असर बढ़ता जा रहा है। मौसम विभाग ने प्रदेश के छह जिलों में शीतलहर का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। कोहरे के कारण सुबह विजिबिलिटी 50 मीटर से भी कम रही। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि यह ठंड गेहूं, सरसों और चने की फसल के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है।

सर्दी का ट्रिपल अटैक: शीतलहर, शीत दिवस और घना कोहरा
रविवार को हरियाणा में सर्दी का तीव्र प्रकोप देखने को मिला। पर्वतीय क्षेत्रों में भारी बर्फबारी और मैदानी इलाकों में बारिश व ओलावृष्टि के कारण तापमान में गिरावट दर्ज की गई। इसके अलावा, शीतलहर और घने कोहरे के कारण दिनभर सूर्य के दर्शन नहीं हो पाए। दृश्यता सुबह के समय केवल 50 मीटर तक रही, जिससे सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ।
शीतलहर का असर: छह जिलों में अलर्ट
उत्तर-पश्चिमी हवाओं के प्रभाव से प्रदेश के छह जिलों में शीतलहर तेज रही। बालसमंद का न्यूनतम तापमान 4.6 डिग्री दर्ज किया गया, जो प्रदेश में सबसे ठंडा क्षेत्र रहा। वहीं, नारनौल का तापमान 6.2 डिग्री रहा। सर्दी से बचने के लिए लोग दिनभर घरों में दुबके रहे और अलाव जलाकर ठंड का मुकाबला करते नजर आए।

फसलों के लिए ठंड बनी वरदान
इस कड़ाके की ठंड का असर फसलों पर सकारात्मक पड़ रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार, फसलों पर ओस की बूंदें गेहूं की वृद्धि को बढ़ावा दे रही हैं। सरसों और चने की फसलों की भी बेहतर ग्रोथ होने की संभावना है। आईएमडी के डॉ. चंद्र मोहन ने बताया कि शीतलहर और कोहरे के बीच फसलों को पर्याप्त नमी मिल रही है, जो उनके विकास के लिए अनुकूल है।
हरियाणा के प्रमुख जिलों का तापमान
जिला | अधिकतम (°C) | न्यूनतम (°C) |
---|---|---|
अंबाला | 15.8 | 11.1 |
भिवानी | 11.7 | 8.9 |
गुरुग्राम | 13.2 | 12.0 |
हिसार | 13.6 | 9.0 |
करनाल | 13.0 | 11.0 |
कुरुक्षेत्र | 13.7 | 11.6 |
नारनौल | 22.3 | 12.3 |
रोहतक | 12.2 | 11.0 |
सिरसा | 13.4 | 8.0 |
बुजुर्ग की मौत, हिमाचल में 50 पर्यटक फंसे
फतेहाबाद जिले के भट्टू कलां रेलवे स्टेशन पर ठंड से बचने के लिए अलाव ताप रहे एक 60 वर्षीय बुजुर्ग की मौत हो गई। शव की पहचान अभी नहीं हो सकी है। वहीं, हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में भारी बर्फबारी के कारण 50 पर्यटक फंसे हुए हैं। हरियाणा के शुभम नामक युवक की हालत गंभीर बताई जा रही है, लेकिन उनके जिले की जानकारी अभी तक उपलब्ध नहीं है।

निष्कर्ष
हरियाणा में प्रचंड ठंड ने जहां जनजीवन को प्रभावित किया है, वहीं यह ठंड फसलों के लिए लाभदायक साबित हो रही है। शीतलहर और कोहरे के बीच सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। स्थानीय प्रशासन और मौसम विभाग की सलाह का पालन करते हुए सर्दी से बचाव सुनिश्चित करना जरूरी है।