पुलिस की सख्ती के बाद गिरफ्तार दोनों युवतियों ने खुलासा किया है कि सैनी की हत्या होगी ये पहले से जानती थी। पुलिस सभी आरोपियों से गहन पूछताछ में जुटी है। शूटर एक आरोपी की कार में फरार हुए थे।
हरियाणा के हिसार के हांसी में जजपा नेता रविंद्र सैनी की हत्या की साजिश में शामिल चार और आरोपियों को पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया, जिनमें दो युवतिया हैं। ये सैनी की हत्या के बाद पुलिस की तमाम गतिविधियों के बार में शूटरों व उनके सहयोगियों को व्हाट्सएप के जरिए सूचना देती थीं। शूटर जिस कार में फरार हुए वह इनके दोस्त की थी।
कार मालिक ने पुलिस को गुमराह करने के लिए बताया की गाड़ी कुछ दिन पहले बेच दी थी, लेकिन पुलिस की सख्ती के आगे सारे राज खोल दिए। इसके बाद कड़ियां जुड़ती गईं और आरोपी पुलिस की गिरफ्त में आते गए।
आरोपियों की पहचान मंदीप उर्फ बजरंगी पुत्र सुरेन्द्र निवासी खरकड़ा, हिसार, संदीप उर्फ सन्नी पुत्र राममेहर निवासी बिशनपुरा जींद, तरुणा उर्फ तन्नु पुत्री नरसी निवासी रैगर मोहल्ला हांसी, ममता पत्नी अशोक निवासी सिसाय बोलान हाल मकान नंबर 1015, सेक्टर 9-11 हिसार के रूप में हुई है।
सैनी हत्याकांड में अब तक 11 आरोपी गिरफ्तार
सैनी हत्याकांड में अब तक 11 आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं। इनमें से आठ साजिश में शामिल थे और तीन,जो मुठभेड़ में पकड़े गए, उनमें से दो योगेश व सचिन ने सैनी पर गोलियां चलाईं थीं। पुलिस का मानना है कि अभी और आरोपी पकड़े जा सकते हैं। दो शूटर अब भी फरार है। हत्याकांड में दो युवतियों की भी भागीदारी सामने आई है।
आरोपियों को व्हाट्सएप के माध्यम से देतीं रहें
इनमें से एक बदमाश विकास नेहरा के भाई प्रवीन उर्फ मोनू की गर्लफ्रेंड ममता है। वहीं दूसरी युवती प्रवीन के दोस्त संदीप उर्फ सन्नी की गर्लफ्रेंड तरुणा उर्फ तन्नू है। इनकी डयूटी थी कि हत्याकांड को लेकर शहर में क्या माहौल चल रहा है, पुलिस क्या कर रही है। इसकी जानकारी आरोपियों को व्हाट्सएप के माध्यम से देतीं रहें।
बचने के लिए झूठी कहानी भी तैयार
ममता व तरुणा को पहले से पता था कि सैनी की हत्या होगी। उन्हें यह भी पता था कि पुलिस उनके पास आएगी। ऐसे में बचने के लिए झूठी कहानी भी तैयार की थी। वहीं संदीप उर्फ सन्नी की कार में आरोपी फरार हुए थे। संदीप को पता था कि पुलिस उससे पूछताछ करेगी इसलिए पुलिस से बचने के लिए उसने गाड़ी बेचने का एक फर्जी एफिडेविट तैयार करवा रखा था। संदीप उर्फ सन्नी भी अपनी गर्लफ्रेंड तरुणा के साथ मिलकर आरोपियों को सारी जानकारी दे रहा था।
डेढ़ महीना लगा गैंग बनाने में
विकास नेहरा के कहने पर उसका भाई प्रवीन उर्फ मोनू बीते डेढ़ महीने से हत्या की साजिश रच रहा था। उसने पहले अपने दोस्त सिसाय निवासी रविंद्र उर्फ बिंद्र को जोड़ा। फिर असलहा के लिए विकास उर्फ काशी से संपर्क किया। उसके बाद अपने मूल गांव निंदाना में एक व्यक्ति की जिम्मेदारी शूटर मुहैया करवाने की लगाई। उस व्यक्ति ने योगेश, सचिन व दो अन्य शूटर तैयार करवाए। विकास उर्फ काशी ने वारदात के बाद भागने की योजना बनाई। पूरी गैंग तैयार करने में प्रवीन को डेढ़ महीने का समय लगा। वहीं हत्या से पांच दिन पहले गैंग एक्टिव हो गया था। हत्या करने के लिए शूटर उसी दिन हांसी आ गए थे।
सभी आरोपियों को उज्जैन में महाकाल मंदिर के पास मिलना था
प्रवीन, रविंद्र उर्फ बिंद्र व विकास उर्फ काशी ने योजना बनाई थी कि हत्या के बाद सभी तीन अलग-अलग टीमों के रूप में फरार होंगे। कुछ दिनों बाद सभी उज्जैन में महाकाल मंदिर के पास मिलेंगे। पुलिस से बचने के लिए आरोपी लगातार लोकेशन बदल रहे थे। इस दौरान उन्होंने कई सिम का उपयोग किया। फर्जी आईडी पर सिम ली। कई बार राहगीरों से फोन लेकर एक दूसरे से बातचीत की।
मुठभेड़ में घायल बदमाशों को कड़ी सुरक्षा में अस्पताल लाई पुलिस
मुठभेड़ में घायल बदमाश जींद के सचिन, रोहतक के खरक जाटान के योगेश और भिवानी के पिंजोखरा के विकास को बुधवार दोपहर हांसी के अस्पताल से रैफर करने के बाद पुलिस कड़ी सुरक्षा में सिविल अस्पताल लाई। उनको दो एंबुलेस में सशस्त्र पुलिस कर्मी लेकर आए। सिविल अस्पताल में जांच के बाद हड्डी टूटी होने के कारण योगेश को दाखिल कर लिया, जबकि अन्य को वापस भेज दिया।
योगेश व सचिन ने चलाई सैनी पर गोलियां
मुठभेड़ में घायल तीनों बदमाशों में से योगेश व सचिन उर्फ मंगतू ने रविंद्र सैनी पर गोलियां चलाईं थीं। तीसरे आरोपी विकास उर्फ काशी ने शूटरों को पिस्तौल मुहैया करवाई थी। अभी दो शूटर फरार हैं। जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।