HARYANA VRITANT

हरियाणा समेत उत्तर भारत के कई राज्यों में गुरुवार शाम मौसम बदल गया। प्रदेश में आंधी 70 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चल रही थी। जिससे सैकड़ों पेड़ और खंभे तबाह हुआ। जिसके बाद प्रदेश के 10 जिलों में अंधेरा छा गया। प्रदेश में 900 से ज्यादा जगह पेड़ उखड़ गए तो 500 से ज्यादा बिजली के खंभे टूटने की शिकायत सामने आई है।

प्रदेश में वीरवार रात नौ बजे 50 से 60 किलोमीटर की गति से धूल भरी आंधी चली।

प्रदेश में वीरवार रात नौ बजे 50 से 60 किलोमीटर की गति से धूल भरी आंधी चली। इससे काफी जगहों से नुकसान की सूचना मिली। 900 से ज्यादा जगह पेड़ उखड़ गए तो 500 से ज्यादा बिजली के खंभे टूटने की शिकायत आई।

हिसार, जींद, फतेहाबाद, सिरसा, कैथल, करनाल, अंबाला, झज्जर, चरखी-दादरी, भिवानी और रोहतक में ब्लैक आउट की स्थिति रही। कई जगह रात 11 बजे तक बिजली सपलाई सुचारू न हो पाने से 20 लाख से अधिक उपभोक्ता अंधेरे में रहे।

हालांकि, कई जगह बिजली निगम के कर्मचारियों ने एहतियातन बिजली सप्लाई बंद की थी। नुकसान की बात की जाए तो अंबाला में 145 पेड़ टूटे। सबसे ज्यादा साहा व नारायणगढ़ क्षेत्र में पेड़-खंभे टूटे।

ग्रामीण क्षेत्र में तीन घंटे तक बिजली सप्लाई प्रभावित रही। पानीपत में भी शहरी व ग्रामीण एरिया में लोगों को कुछ समय तक अंधेरे में रहना पड़ा।

करनाल में 203 खंभे और 302 पेड़ गिरे

कैथल में करीब चार घंटे तक बिजली सप्लाई बाधित रही। करनाल में 203 खंभे और 302 पेड़ गिरे। पोल टूटने से फतेहाबाद के लगभग 257 गांवों में बिजली बंद रही। रात 11 बजे तक तक बिजली सप्लाई नहीं शुरू हो सकी थी। सिरसा में 107 पोल टूटने की सूचना है। बिजली की आपूर्ति बाधित होने की 448 शिकायतें भी आई हैं।

भिवानी में भी 55 पेड़ और 57 बिजली के खंभे टूटे। चरखी-दादरी, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र में भी आंधी की वजह से नुकसान हुआ।

बूंदाबांदी से तापमान में आई गिरावट, आज भी वर्षा के आसार

वीरवार शाम को प्रदेशभर में बादल छाए। बूंदाबांदी की वजह से तापमान में गिरावट आई है। ज्यादातर जिलों में अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया। वहीं, मौसम विज्ञानियों ने शुक्रवार को कई जिलों में वर्षा की संभावना व्यक्त की है।

इसके बाद शनिवार से फिर से मौसम में बदलाव के साथ गर्मी बढ़ सकती है। अधिकतम तापमान में उछाल हो सकता है। केरल में तय तारीख से एक दिन पहले पहुंचा था मानसून, प्रदेश में तय समय पर देगा दस्तक इस बार दक्षिण-पश्चिम मानसून ने तय तारीख से एक दिन पहले केरल पहुंचा था।

मानसून की दस्तक के बाद अभी तक अच्छा प्रदर्शन रहा है। केरल में शुरुआती दौर में लगभग 72 घंटों तक अच्छी वर्षा हुई थी। इसके बाद भी मानसून की प्रगति अच्छी रही है।

यह अच्छी मानसून प्रगति मानी जा रही है। इस समय जो परिस्थितियां बनी हुई हैं, वह मानसून प्रगति के अनुकूल है। संभावना जताई जा रही है कि प्रदेश में मानसून समय पर दस्तक दे सकता है।