Hisar News हरियाणा के 14 शहरों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) बुधवार को 200 से ऊपर पहुंच गया, जबकि छह शहरों में AQI 100-200 के बीच दर्ज किया गया। वहीं पंजाब में आठ जिले प्रदूषण के हॉटस्पॉट बन चुके हैं। मौसम में नमी और हवा की कमी के कारण प्रदूषक तत्व स्मॉग के रूप में जमे हुए हैं, जिससे सुबह और शाम का समय और अधिक धुंधला रहता है।
आगामी दिनों में राहत के आसार नहीं
मौसम विज्ञानियों का कहना है कि अगले चार से पांच दिनों तक प्रदूषण में सुधार की संभावना कम है। हालांकि, 11 नवंबर के बाद मौसम में बदलाव होने से प्रदूषण में कमी आ सकती है। दिल्ली, राजस्थान और हरियाणा सहित पूरे उत्तरी भारत में वायु गुणवत्ता खराब स्तर पर है। दिल्ली का AQI 352, हनुमानगढ़ का 396 और श्रीगंगानगर का 369 तक पहुंच गया है।
पंजाब के आठ जिलों में पराली जलाने का असर
कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट (CAQM) ने पराली जलाने के कारण पंजाब के आठ जिलों—संगरूर, फिरोजपुर, बठिंडा, मोगा, बरनाला, मानसा, तरनतारन और फरीदकोट—को हॉटस्पॉट घोषित किया है। इन जिलों में पराली जलाने के मामले तेजी से बढ़े हैं, संगरूर में सबसे अधिक 809 केस दर्ज हुए।
लाहौर की प्रदूषित हवा से बढ़ रही दिक्कतें
पाकिस्तान के लाहौर में रिकॉर्ड वायु प्रदूषण के चलते लोग स्वास्थ्य समस्याओं का सामना कर रहे हैं। लाहौर की हवा के प्रदूषक कण, हवा की दिशा बदलने पर, पंजाब और हरियाणा को भी प्रभावित कर सकते हैं। चंडीगढ़ मौसम विभाग के मुताबिक, अगर हवा की दिशा उत्तर-पश्चिमी हो जाती है, तो लाहौर का प्रदूषण पंजाब-हरियाणा की हवा और खराब कर सकता है।