HARYANA VRITANT

Hisar News हरियाणा के प्राइवेट और सरकारी स्कूलों में नौवीं दसवीं और ग्यारहवीं कक्षा के छात्र एडमिशन ले सकते हैं। छात्रों के पास 18 जुलाई तक का समय है। दाखिले की अंतिम तिथि बढ़ गई है। ऐसे में हरियाणा स्कूल लेक्चरर एसोसिएशन ने राज्य प्रधान ने स्वागत करते हुए कहा कि बच्चों का इससे साल खराब होने से बच जाएगा।

सांकेतिक तस्वीर

हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड से मान्यता प्राप्त सभी सरकारी और निजी विद्यालयों में अब 18 जुलाई तक नौवीं, दसवीं और 11वीं कक्षा में दाखिला लिया जा सकेगा। राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों में सीबीएसई के निर्देश लागू होंगे।

माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने दाखिले की अंतिम तिथि बढ़ाते हुए जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया है कि यदि विद्यालय में कोई विद्यार्थी अभी भी दाखिला लेना चाहता है तो 18 जुलाई तक उसका दाखिला करना सुनिश्चित करें।

छात्रों का बचेगा एक साल

दाखिले की अंतिम तिथि बढ़ाने का स्वागत करते हुए हरियाणा स्कूल लेक्चरर एसोसिएशन (हसला) के राज्य प्रधान सतपाल सिन्धु ने कहा कि इससे उन छात्रों को राहत मिलेगी जो किन्हीं कारणों से अभी तक स्कूलों में दाखिला नहीं ले पाए थे। इससे उनका साल खराब होने से बच जाएगा।

प्राइवेट स्कूल संघ ने चिराग योजना के तहत निजी स्कूलों में दाखिला नहीं ले सके 11वीं कक्षा के बच्चों का मुद्दा उठाया है।

ग्यारहवीं कक्षा के छात्रों की आवेदन प्रक्रिया शुरू

संघ के प्रदेश अध्यक्ष सत्यवान कुंडू ने कहा कि सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के बच्चों, जिनके अभिभावकों की वार्षिक आय एक लाख 80 हजार रुपये से कम है, को चिराग योजना के तहत निजी स्कूलों में दाखिल के लिए 10 अप्रैल तक आवेदन करने का निर्देश दिया गया था। 13 से 25 अप्रैल तक सरकारी स्कूल की एसएलसी प्राप्त करके दाखिला प्रक्रिया संपन्न भी कर ली गई।

परंतु 11वीं कक्षा के छात्र न तो दाखिले के लिए आवेदन कर पाए और न ही एसएलसी प्राप्त कर सके क्योंकि इनका दसवीं कक्षा का बोर्ड का रिजल्ट ही 13 जून को आया था।

इससे पहले एसएलसी प्राप्त करना असंभव था। इसलिए गरीब परिवारों के 11वीं कक्षा के छात्रों को भी चिराग योजना के तहत आवेदन करने का मौका दिया जाए।

इसके साथ ही अन्य कक्षाओं के लिए भी आवेदन की तिथि बढ़ाई जाए क्योंकि गेहूं की कटाई का सीजन होने की वजह से बहुत से गरीब अभिभावक निर्धारित तिथि तक अपने बच्चों का आवेदन नहीं कर पाए।