HARYANA VRITANT

रविवार सुबह साढ़े आठ बजे तक प्रदेश में हिसार में सर्वाधिक 59.4 एमएम और सिरसा में 64.5 एमएम बारिश दर्ज की गई है। 

सांकेतिक तस्वीर

हरियाणा में मानसून आ चुका है, लेकिन 1 जून से 7 जुलाई तक सामान्य से करीब 8 प्रतिशत कम बारिश हुई है। इस अवधि में 70.9 मिलीमीटर बारिश हुई है, जबकि सामान्य बारिश का आंकड़ा 78.5 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है। केवल 10 जिलों में सामान्य से अधिक बारिश दर्ज हुई, जबकि 12 जिलों अंबाला, चरखी दादरी, जींद, कैथल, कुरुक्षेत्र, करनाल, पंचकूला, पानीपत, रोहतक, सोनीपत व यमुनानगर अब भी मानसून की राह देख रहे हैं। बीती रात से रविवार सुबह साढ़े आठ बजे तक प्रदेश में हिसार में सर्वाधिक 59.4 एमएम और सिरसा में 64.5 एमएम बारिश दर्ज की गई।

हरियाणा, एनसीआर व दिल्ली में मानसून

मौसम विशेषज्ञ डॉ. चंद्रमोहन ने बताया कि फिलहाल हरियाणा, एनसीआर व दिल्ली में मानसून की व्यापक सक्रियता देखने को नहीं मिल रही है। अभी भी खंड बारिश की स्थिति बनी हुई है। अगर उत्तरी हिस्सों में बारिश होती है तो दक्षिणी में बारिश नदारद है। पश्चिमी हिस्सों में बारिश होती है तो पूर्वी हिस्सों से बारिश नदारद है।

हालांकि कमजोर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से पश्चिमी हिस्सों में विशेषकर सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी व महेंद्रगढ़ में मानसून की गतिविधियों में तेजी आई है। रविवार को प्रदेश में न्यूनतम तापमान 22.0 से 27.0 डिग्री और अधिकतम तापमान 32.0 से 37.0 डिग्री के बीच दर्ज किया गया।

आगे ऐसा रहेगा मौसम

8 जुलाई को पश्चिमी विक्षोभ का असर प्रदेश के पश्चिमी, दक्षिणी व उत्तरी हिस्सों पर ही देखने को मिलेगा। अगर मानसून टर्फ रेखा हरियाणा, एनसीआर व दिल्ली के दक्षिण में और राजस्थान पर बनी रही तो प्रदेश में बीच-बीच में आंशिक बादलवाही और बूंदाबांदी की गतिविधियां देखने को मिलेंगी। वातावरण में प्रचुर मात्रा में नमी की वजह से आमजन को उमसभरी गर्मी का सामना करना पड़ेगा। इसके अलावा एक और नया पश्चिमी विक्षोभ 12 जुलाई को सक्रिय होने से 12 से 15 जुलाई के दौरान मानसून में सक्रियता की संभावना बन रही है।

कहां-कितनी बारिश

  • अंबाला- 6.4 एमएम
  • हिसार- 59.4 एमएम
  • सिरसा- 64.5 एमएम
  • भिवानी-1.1 एमएम
  • चरखी दादरी-1.0 एमएम
  • महेंद्रगढ़-22.0 एमएम
  • नूंह-26.0 एमएम
  • रेवाड़ी-12.5 एमएम
  • सोनीपत-1.5 एमएम