बहादुरगढ़ : इंग्लैंड की सत्ताधारी कंजर्वेटिव पार्टी ने काउंसिल के चुनाव में भारतीय मूल के युवा नेता रोहित अहलावत पर बड़ा दांव खेला है। पार्टी ने रोहित को लंदन के साथ लगते लोअर अर्ली शहर के हॉकडन वार्ड से काउंसलर का टिकट दिया है। इस वार्ड से चुनाव लड़ने वाले रोहित भारतीय मूल के पहले नेता हैं।अभी इंग्लैंड के प्रधानमंत्री भारतीय मूल के ऋषि सुनक भी कंजर्वेटिव पार्टी के नेता हैं।
बता दें कि हरियाणा के झज्जर जिले के धांधलान गांव में जन्मे रोहित अहलावत करीब 14 साल पहले पढ़ाई के लिए लंदन गए थे। पढ़ाई पूरी होने के बाद पहले वहां पर नौकरी शुरू की और अब अपना बिजनेस कर रहे हैं। रोहित करीब चार साल से कंजर्वेटिव पार्टी में सक्रिय हैं। कंजर्वेटिव पार्टी ने साउथ ईस्ट इंग्लैंड के जिस वार्ड से रोहित को चुनाव मैदान में उतारा है, वह कभी पार्टी का गढ़ होता था। हालांकि अब इस वार्ड में लिबरल डेमोक्रेट्स पार्टी का कब्जा है। रोहित ने सभी भारतवासियों से अपने लिए दुआएं मांगी हैं।
करीब दस हजार की आबादी वाले वार्ड में दोबारा जीत हासिल करने के लिए पार्टी ने किसी गोरे की बजाय भारतीय मूल के रोहित पर इसलिए दांव खेला है, क्योंकि वह अपने वार्ड में भारतीय मूल के लोगों के अलावा गोरों के बीच भी लोकप्रिय हैं। रोहित अपने बिजनेस के साथ-साथ सामाजिक कार्यक्रमों में भी लगातार सक्रिय रहते हैं। वह जाट समाज यूके के संस्थापक सदस्य हैं। इस संस्था के बैनर तले लंदन में हर साल हरियाणा दिवस धूमधाम से मनाया जाता है।
जिस वार्ड से रोहित को मैदान में उतारा है उस वार्ड में क्रिश्चियन के बाद हिंदू सबसे ज्यादा
रोहित के हॉकडन वार्ड की आबादी लगभग दस हजार है। इनमें लगभग साढ़े छह हजार गोरे, 2164 एशियन मूल के, 312 अश्वेत, 113 अरब मूल से और 500 अन्य जातीय समूह के लोग रहते हैं। धर्म के हिसाब से इस वार्ड में करीब 3367 क्रिश्चियन, 958 हिदू, 645 मुस्लिम, 261 सिख, 78 बुद्धिस्ट, 23 यहूदी और 43 अन्य धर्मों के लोग हैं। जबकि 3327 लोगों का कोई धर्म नहीं है।