Haryana Weather हरियाणा के लोगों का इंतजार खत्म हुआ। भिवानी के रास्ते मानसून ने प्रवेश किया है। हरियाणा के 12 जिलों में भारी से भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। अब लोग झमाझम बारिश का आनंद लेंगे। भिवानी में शुक्रवार सुबह एंट्री के बाद 10 घंटे में ही मानसून ने हरियाणा उत्तर प्रदेश पंजाब के काफी हिस्सों में वर्षा की।
राजस्थान से होते हुए शुक्रवार को मानसून ने हरियाणा में दस्तक दी। मौसम विभाग ने 29 जून और एक जुलाई को 64.5 से लेकर 115.5 मिमी तक वर्षा होने की चेतावनी जारी की है। वहीं, मानसून की दस्तक से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पहली और महज 24 घंटे की वर्षा ने 88 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। वीरवार सुबह से शुक्रवार सुबह साढ़े आठ बजे तक 228.1 मिमी हुई वर्षा 124 साल (1901 से लेकर 2024 तक) का आल टाइम रिकार्ड तोड़ने से थोड़ा ही पीछे रह गई।
इस बरसात ने न सिर्फ मार्च से जून तक बल्कि मानसून की कुल वर्षा का भी एक तिहाई कोटा पूरा कर दिया है। आगामी चार जुलाई तक रोजाना वर्षा होने का अनुमान है। शनिवार और रविवार को भारी वर्षा हो सकती है। मौसम विभाग ने आरेंज अलर्ट जारी किया हुआ है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार, शुक्रवार को भारतीय समयानुसार सुबह लगभग 2.45 बजे नई दिल्ली के उत्तर में एक तूफान आया था।
पहली बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त
उत्तर प्रदेश में पहले से आए एक बड़े तूफान की उपस्थिति ने इसके असर को और अधिक प्रभावी बनाने में अहम भूमिका निभाई। इसीलिए इतनी रिकार्ड बरसात हुई। बारिश से न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री कम 24.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि गुरुवार को यह 28.6 डिग्री रहा था।
अधिकतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री कम 32.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। एक दिन पहले यह 35.4 डिग्री रहा था। हवा में नमी का स्तर 100 से 71 प्रतिशत रिकार्ड हुआ। मानसून की पहली वर्षा में राजधानी में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया।
70 से अधिक लोग घायल
इस कारण हुए हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई और 70 से अधिक लोग घायल हुए हैं। लुटियंस दिल्ली में केंद्रीय मंत्रियों व सांसदों के साथ सैन्य अधिकारी, केंद्रीय अधिकारी व उद्योगपतियों के बंगले भी जलभराव की जद में आ गए। उनके घरों में दो से तीन फीट तक पानी जमा हो गया।
सपा नेता व सांसद राम गोपाल यादव को कर्मचारियों ने गोद में लेकर कार तक पहुंचाया, ऐसी ही स्थिति कई अन्य सांसदों के साथ उत्पन्न हुई।
हरियाणा के इन जिलों में अलर्ट
इस बार मानसून ने भिवानी की तरफ से हरियाणा में प्रवेश किया है। भिवानी में शुक्रवार सुबह एंट्री के बाद 10 घंटे में ही मानसून ने हरियाणा, उत्तर प्रदेश, पंजाब के काफी हिस्सों में वर्षा की। हरियाणा के दक्षिण क्षेत्र के सभी जिलों के अलावा उत्तर के यमुनानगर जिलों को टच किया है।
अगले तीन दिन में हरियाणा के सभी जिलों में यह छाएगा। आइएमडी ने प्रदेश के 12 जिलों में शनिवार को भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना व्यक्त की है। पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, करनाल, रेवाड़ी, झज्जर, गुरुग्राम, मेवात, पलवल, फरीदाबाद, सोनीपत, पानीपत के लिए ओरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
किसानों को मिलेगा लाभ
बाकी जिलों में गरज चमक के साथ वर्षा का यलो अलर्ट जारी किया गया है। इस साल मानसून की एंट्री समय पर हुई है। भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार इस साल सामान्य से अधिक वर्षा होने की संभावना है। यदि ऐसा हुआ तो किसानों को इसका सीधा लाभ मिलेगा।
प्रदेश में किसानों ने धान सहित अनेक फसल उगाई है। इसमें धान को सबसे ज्यादा पानी की जरूरत होती है। इस लिए सामान्य से अधिक वर्षा किसानों के लिए लाभकारी साबित होगी।
68 प्रतिशत कम वर्षा हुई
जून में 68% कम हुई वर्षा प्रदेश के सभी 22 जिलों में अभी तक 68 प्रतिशत कम वर्षा हुई है। आइएमडी के अनुसार एक जून से 27 जून के बाद जितनी वर्षा होनी चाहिए वह नहीं हुई। हिसार में 54% कम वर्षा पिछले वर्ष 2023 में प्रदेश के हिसार जिले में सबसे कम वर्षा हुई थी।
2023 में हिसार में सिर्फ 138एमएम वर्षा जो सामान्य से 54 प्रतिशत कम थी। विज्ञानियों के अनुसार सामान्य तौर पर हिसार में 299.3 एमएम वर्षा माना जाता है। इसी प्रकार जींद में 45 प्रतिशत, फतेहाबाद में 42 प्रतिशत, रोहतक में 34 प्रतिशत, भिवानी में 31, चरखी दादरी में 21 प्रतिशत, गुरुग्राम में सात प्रतिशत, झज्जर में 10 प्रतिशत, पलवल में 16 प्रतिशत, रेवाड़ी में 15 प्रतिशत वर्षा कम हुई थी।
25 ट्रेनों का शेड्यूल बिगड़ा
दिल्ली में हुई भारी वर्षा के कारण दिल्ली से अंबाला की ओर आने वाली 11 ट्रेन प्रभावित हुई हैं, जबकि अंबाला से दिल्ली की ओर जाने वाली 14 ट्रेन प्रभावित होने की सूचना है। दिल्ली से जाने वाली ट्रेनें तीन से चार घंटे की देरी से पहुंची हैं, वहीं दिल्ली की ओर जाने वाले यात्रियों को भी कठिनाई का सामना करना पड़ा। नई दिल्ली के रेलवे स्टेशन पर वर्षा का पानी जमा होने से ट्रेनों को कई घंटे तक रोकना पड़ा।