HARYANA VRITANT

Haryana School News ईद के मौके पर हरियाणा में हुए स्कूल बस हादसे ने प्रदेश को झंकझोर कर रख दिया था। इस हादसे के बाद प्रशासन की नींद उड़ गई थी। इसी क्रम में अब प्रदेश के एक किलोमीटर से अधिक दूरी पर मौजूद सरकारी स्कूलों में पढ़ने के लिए पहली से बारहवीं तक के बच्चों को सरकार के स्तर पर वाहन उपलब्ध कराए जाएंगे।

सांकेतिक तस्वीर

हरियाणा में एक किलोमीटर से अधिक दूरी पर स्थित सरकारी स्कूलों में पढ़ने के लिए पहली से बारहवीं तक के बच्चों को सरकार के स्तर पर वाहन उपलब्ध कराए जाएंगे। विद्यार्थियों को घर से मुफ्त में स्कूल ले जाने और वापस छोड़ने के लिए सभी स्कूल मुखियाओं से रूट मैप मांगा गया है।

हादसे में हुई थी छह बच्चों की जान

सभी स्कूलों को विद्यार्थी परिवहन सुरक्षा योजना का लाभ उठाने के इच्छुक छात्रों की सूची एमआइएस पोर्टल पर अपलोड करनी होगी।

हाल ही में महेंद्रगढ़ जिले के गांव उन्हाणी में हुएसड़क हादसे में छह स्कूली बच्चों की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद प्रदेश सरकार स्कूली बच्चों को परिवहन सुविधा मुहैया करवाने के लिए गंभीर हो गई है।

छात्रों को फ्री मिलेगी वाहन सेवा

शिक्षा निदेशालय द्वारा जिला शिक्षा अधिकारियों को जारी पत्र के अनुसार निशुल्क परिवहन व्यवस्था का लाभ लेने वाले विद्यार्थियों के घरों की स्कूल से दूरी, वाहनों की सूची, रूट मैप एमआइएस पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा।

एक मई से प्रदेश के सभी विद्यार्थियों को मुफ्त परिवहन योजना का लाभ मिल सकेगा। फसल कटाई में व्यस्तता के चलते बड़ी संख्या में छात्र चिराग योजना के तहत निजी स्कूलों में दाखिले के लिए आवेदन करने से चूक गए हैं।

प्राइवेट स्कूल संघ के प्रदेश अध्यक्ष सत्यवान कुंडू ने कहा कि ऐसे बच्चों को राहत देते हुए योजना के तहत आवेदन करने की अंतिम तिथि बढ़ाई जानी चाहिए।

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सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के बच्चों को प्राइवेट मान्यता प्राप्त स्कूलों में दाखिले के लिए 10 अप्रैल तक आवेदन करने तथा 13 से 25 अप्रैल तक एसएलसी जमा करने के निर्देश दिए थे।

गेहूं कटाई का सीजन होने की वजह से बहुत से अभिभावक आवेदन नहीं कर पाए, जबकि कई छात्रों को सरकारी स्कूलों ने एसएलसी ही नहीं दी है। इस कारण बच्चों की दाखिला प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई है। प्राइवेट स्कूल संघ ने आवेदन की अंतिम तिथि 31 मई तक बढ़ाने की मांग की है।