Haryana Politics हरियाणा में मुख्यमंत्री नायब सैनी के मंत्रिमंडल के गठन के बाद अब स्पीकर और डिप्टी स्पीकर पदों के लिए रस्साकशी शुरू हो गई है। मंत्रिमंडल में जगह न पाने वाले नेता अब इन पदों के लिए जोर लगा रहे हैं। भाजपा इन पदों पर उन जातियों को समायोजित करने की कोशिश कर रही है, जिनका मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व कम रहा है या बिल्कुल नहीं है।
रोड जाति का सीमित प्रतिनिधित्व
सैनी के मंत्रिमंडल में रोड जाति का सीमित प्रतिनिधित्व रह गया है। इस बार रोड जाति से दो विधायक चुने गए हैं, जिनमें हरविंद्र कल्याण (घरौंदा) और सतपाल जांबा शामिल हैं। हरविंद्र कल्याण, जो तीसरी बार विधायक बने हैं, मुख्यमंत्री मनोहर लाल के करीबी माने जाते हैं। ऐसे में भाजपा उन्हें स्पीकर पद के लिए आगे कर सकती है।
अन्य संभावित दावेदार
स्पीकर पद के अन्य संभावित दावेदारों में मूल चंद शर्मा और घनश्याम सराफ के नाम प्रमुखता से सामने आ रहे हैं। मूल चंद शर्मा, मंत्री पद से वंचित रह गए थे, इसलिए वे इस पद से संतुष्टि पा सकते हैं। वहीं, चौथी बार विधायक बने घनश्याम सराफ भी इस दौड़ में हैं।
डिप्टी स्पीकर पद पर पंजाबी समुदाय की नजर
भाजपा डिप्टी स्पीकर पद के लिए पंजाबी समुदाय से किसी विधायक को मौका दे सकती है। इस बार भाजपा ने 11 पंजाबी उम्मीदवार उतारे थे, जिनमें से आठ विधायक जीतकर आए हैं। मंत्रिमंडल में से केवल अनिल विज को मंत्री बनाया गया है, जबकि बाकी सात विधायकों को कोई बड़ा पद नहीं मिला। ऐसे में डिप्टी स्पीकर पद के लिए जींद के विधायक डॉ. कृष्ण लाल मिड्ढा और यमुनानगर के विधायक घनश्याम दास अरोड़ा के नाम सामने आ रहे हैं।