HARYANA VRITANT

Haryana Nikay Election हरियाणा के निकाय चुनावों में भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों के दिग्गज नेताओं के बागी होने से हलचल मची है। टिकट कटने से नाराज कई प्रमुख नेता चुनावी मैदान में उतरे हैं, जिससे दोनों पार्टियों को कई स्थानों पर उम्मीदवार बदलने पड़े। बागियों को मनाने की कोशिशें भी तेज़ हो गई हैं, ताकि पार्टी के उम्मीदवारों की राह में कोई रुकावट न आए।

महिलाओं को भी मिला विशेष अवसर

इस चुनाव में महिलाओं को भी प्रमुख भूमिका निभाई गई है। भाजपा ने छह और कांग्रेस ने चार महिलाओं को मेयर पद का टिकट दिया है, जो चुनाव में भाग ले रही हैं।

भा.ज.पा और कांग्रेस दोनों ने उम्मीदवारों में बदलाव किया

भा.ज.पा ने मानेसर नगर निगम में सुंदर लाल यादव को मेयर प्रत्याशी बनाया है, वहीं सिरसा नगर परिषद में शांति स्वरूप बोध को चेयरमैन प्रत्याशी घोषित किया गया। कांग्रेस ने फरीदाबाद नगर निगम से लता रानी को मेयर पद के लिए टिकट दिया है, जिनका मुकाबला भाजपा की प्रवीण जोशी से होगा।

बागियों से मुकाबला करने के लिए कांग्रेस ने रणनीति बनाई

कांग्रेस ने इस बार विधानसभा चुनाव की गलती नहीं दोहराई और विभिन्न गुटों को संतुष्ट करने के लिए टिकट वितरण में सतर्कता बरती है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के समर्थकों को टिकट दिए गए हैं, वहीं भाजपा के बागियों को भी कांग्रेस ने अपने पक्ष में किया।

भा.ज.पा में भी बागियों से मुकाबला

भा.ज.पा के भीतर भी बागियों का प्रभाव देखा जा रहा है। तीन नगर निगमों में भाजपा के ही बागी उम्मीदवारों से मुकाबला होगा। कांग्रेस ने रोहतक, करनाल, और गुरुग्राम में भाजपा के बागियों को टिकट दिया है।

महिलाओं को चुनाव में मौका: भाजपा और कांग्रेस की तरफ से

भा.ज.पा ने मेयर पद के लिए छह महिलाओं को उम्मीदवार बनाया है, जबकि कांग्रेस ने चार महिलाओं को प्रमुख पदों पर रखा है। इन महिलाओं में विभिन्न नगर निगमों से उम्मीदवार शामिल हैं, जिनमें गुरुग्राम, पानीपत, करनाल, और यमुनानगर से नाम हैं।