हरियाणा में हाल ही में करनाल और कुरुक्षेत्र में इमीग्रेशन और कारोबारी को रंगदारी की धमकियां मिली हैं। इसी की जांच में आगे बढ़ी पुलिस को विदेश में बैठे युवाओं के बारे में बेहद पुख्ता जानकारी मिली है।
पैसा कमाने के लिए विदेशों में गए हरियाणा के युवाओं को आजकल वहां पर काम नहीं मिल पा रहा है। मंदी की मार के चलते एक तरह से वे वहां पर बेरोजगार हो गए हैं और उनके पास पैसे की दिक्कत होने लगी है।
इन्हीं युवाओं को विदेशों में बैठे गैंगस्टर्स अपने गैंग में जोड़ रहे हैं और उनसे ही हरियाणा के व्यापारियों से रंगदारी के लिए धमकी भरी कॉल करा रहे हैं। पैसे कमाने के लिए और विदेशों में अपने खर्च पूरा करने के लिए गैरपेशेवर हरियाणा के युवा अपराध की दलदल में धंस रहे हैं।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, करनाल के गांव सांभली निवासी भानू राणा अमेरिका में है। आरोप है कि उसने करनाल के कई इमीग्रेशन संचालकों से रंगदारी मांगी है। बताया जाता है कि वह पैसे कमाने विदेश गया था, लेकिन वहां कोई स्थायी काम नहीं मिला तो अपराधियों के संपर्क में आ गया। दूसरा मामला कुरुक्षेत्र का है। बकाली गांव के रहने वाले सोनू और लवप्रीत भी अमेरिका में रहते हैं। ये भी डंकी माध्यम से विदेश गए हुए हैं और वहां पर गैंगस्टर्स के संपर्क में आने के चलते कुरुक्षेत्र में रंगदारी की धमकी दे रहे हैं। करनाल, कुरुक्षेत्र में आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज हैं और हरियाणा पुलिस समेत एसटीएफ की टीमें बदमाशों की तलाश में जुटी हैं। गौर हो कि हरियाणा के आधा दर्जन से अधिक गैंगस्टर्स अलग अलग विदेशों में छिपे हैं।
पुलिस के लिए भी बन रहे चुनौती
डंकी माध्यम से विदेश गए इन युवाओं का पहले कोई आपराधिक रिकार्ड नहीं है, इसलिए इन मामलों का सुलझाना पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ है। क्योंकि कुछ मामलों में सामने आया है कि उन्होंने किसी गैंग का नाम लिया है और कई मामलों में वे सीधे ही धमकी देकर पैसे की मांग करते हैं और न तो अपना और न ही अपने गैंग का नाम बता रहे हैं। हरियाणा में पहले कोई क्राइम रिकार्ड नहीं होने के चलते इन मामलों की जांच में पुलिस को अधिक समय लग रहा है।
केंद्रीय एजेंसियों ने कसा विदेशों में बैठे गैंगस्टर्स पर शिकंजा
विदेशों में बैठे सूचीबद्ध गैंगस्टर पर केंद्रीय एजेंसियों ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। विदेशी एजेंसियों के साथ मिलकर गैंगस्टर्स पर नजर रखी जा रही है। साथ ही मौका मिलते ही गैंगस्टर्स की धरपकड़ की जा रही है। पिछले एक सप्ताह में ही हरियाणा के दो नामी बदमाशों को विदेशों से गिरफ्तार किया जा चुका है। फिलिपींस से जोगेंद्र ग्योंग को काबू किया गया, वहीं थाईलैंड से राकेश उर्फ काला खैरमपुरिया को प्रत्यर्पित किया गया है। एसटीएफ के अधिकारियों का कहना है कि केंद्र की एजेंसियों के साथ मिलकर बदमाशों पर शिकंजा कसा जा रहा है।