हरियाणा के बिजली मंत्री रणजीत चौटाला बुधवार को बहादुरगढ़ दौरे पर रहें जहां उन्होंने प्रदेश में बिजली से संबंधित कई मुद्दों और पराली प्रबंधन को लेकर सरकार की तैयारियों पर चर्चा की. उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार किसानों से पराली की खरीद करेगी और इसके लिए राज्य में चार अलग- अलग खरीद केंद्र स्थापित किए जाएंगे. इसके साथ ही उन्होंने किसानों से पराली न जलानें की भी अपील की.
उद्योगपतियों की समस्याएं जानने पहुंचे रणजीत चौटाला से जब प्रदुषण नियंत्रण के उद्देश्य से पराली प्रबंधन के बारे में पुछा तो उन्होंने कहा कि किसानों से पराली न जलानें का विनम्र अनुरोध किया गया है और 15 दिन के भीतर किसानों से पराली की खरीद शुरू कर दी जाएगी.
- बिजली मंत्री ने बताया कि इस पराली का उपयोग बिजली उत्पादन में किया जाएगा. हालांकि रणजीत चौटाला यह स्पष्ट नहीं कर पाए कि पराली खरीद केंद्र कौन- कौन सी जगह पर स्थापित किए जाएंगे. उन्होंने किसानों को पराली जलानें से होने वाले नुक़सान के बारे में बताते हुए कहा कि इससे न केवल वायु प्रदुषण होता है बल्कि जमीन की उर्वरा शक्ति भी नष्ट हो जाती है.
- उन्होंने कहा कि किसान पराली जलाने के बजाय सरकार को बेचें. इससे किसानों को अतिरिक्त आमदनी होगी तो वहीं पर्यावरण प्रदूषण से भी राहत मिलेगी. चौटाला ने बताया कि कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट (सीएक्यूएम) ने इसकी दरें भी तय कर दी हैं और उसी आधार पर पराली की खरीद की जाएगी. प्रदेश में जितने भी बिजली संयंत्र हैं उन सभी मे पराली का उपयोग बिजली उत्पादन में किया जाएगा.