HARYANA VRITANT

Haryana Election 2024 टिकट एलान होने के बाद से भाजपा और कांग्रेस में बगावत शुरू हो गई थी। भाजपा की ओर से खुद कार्यवाहक मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और केंद्रीय मंत्री व प्रदेश चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान ने मोर्चा संभाला। कांग्रेस में भी मान-मनौव्वल जारी है, लेकिन अभी फोन के माध्यम से भी मनाने की कोशिशें जारी हैं। पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा फोन करके बागियों को मना रहे हैं। 

हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए नाम वापसी का आज अंतिम दिन है। तीसरी बार प्रदेश की सत्ता हासिल करने के लिए भाजपा और दोबार सत्ता में वापसी के लिए कांग्रेस की राह में बागी बड़ी रुकावट बने हुए हैं। रविवार को दिनभर दोनों दलों के वरिष्ठ नेता बागियों को मनाने में लगे रहे। 

पूर्व मेयर के घर पहुंचे केंद्रीय मंत्री

रविवार को नायब सिंह सैनी ने पूर्व मंत्री रामबिलास शर्मा और नारनौल से नाराज भारती सैनी के घर जाकर मुलाकात की और नाराजगी दूर करने का प्रयास किया। करनाल में टिकट कटने से नाराज मेयर रेणु बाला गुप्ता के घर केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान पहुंचे। इनके साथ ही मेयर के पति बृज भूषण गुप्ता को भाजपा ने कार्यकारी जिलाध्यक्ष भी नियुक्त कर दिया। असंध में भाजपा के बागी पूर्व विधायक जिले राम शर्मा निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में उतर चुके हैं, लेकिन अभी उन्हें मनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। हिसार से बगावत करने वाले भाजपाई पूर्व मंत्री सावित्री जिंदल, पूर्व मेयर गौतम सरदाना व तरुण जैन का नाम शामिल है। संभावना है कि पार्टी गौतम सरदाना व तरुण जैन को मना सकती है। वहीं बरवाला में बागी हुए भाजपा के पूर्व जिला सचिव व जिला पार्षद दर्शन गिरी को भी मनाने के प्रयास चल रहे हैं।

कांग्रेस के कई बागी अड़े

कांग्रेस की बागी चित्रा सरवारा अंबाला छावनी, पूर्व विधायक रोहिता रेवड़ी पानीपत शहर और विजय जैन पानीपत ग्रामीण से निर्दलीय चुनाव लड़ने पर अडिग हैं। रोहिता रेवड़ी ने बताया कि पार्टी पदाधिकारियों ने उनसे संपर्क किया था। चरखी दादरी में कांग्रेस के बागी नगर पालिका के पूर्व चेयरमैन अजीत फोगाट, पूर्व चेयरमैन संजय छपारिया और बाढड़ा हलके से हरियाणा क्रशर एसोसिएशन प्रधान सोमवीर घसोला भी अभी नहीं माने हैं। 

कुरुक्षेत्र, नीलोखेड़ी और शाहाबाद में कई पूर्व विधायकों को मनाने की कोशिशें जारी हैं। हांसी में कांग्रेस से बगावत करने वाले प्रेम मलिक और मनोज राठी को पार्टी नेताओं ने मना लिया है। दोनों ने पार्टी प्रत्याशी राहुल मक्कड़ को समर्थन देने की बात कही है। सिरसा में कांग्रेस प्रत्याशी गोकुल सेतिया को टिकट मिलने से नाराज चल रहे भूपेंद्र सिंह हुड्डा के गुट के राजकुमार शर्मा ने रविवार को सेतिया को समर्थन दे दिया। लेकिन सैलजा गुट के नेता अभी तक सेतिया से दूरी बनाए हुए हैं। फतेहाबाद से निर्दलीय उम्मीदवार हरदीप सिंह ने भी नाम वापसी का फैसला लिया है।

भारती और ढांडे आज बैठक के बाद लेंगे फैसला

नारनौल से निर्दलीय प्रत्याशी पूर्व चेयरपर्सन भारती सैनी को मनाने के लिए नायब सैनी दोपहर करीब 2.30 बजे नारनौल पहुंचे। सैनी सभा में एक घंटे तक प्रधान व अन्य सदस्यों से बात की। जब नायब सैनी बाहर आए तो भारती सैनी के समर्थकों ने नारेबाजी शुरू कर दी। नाम वापसी के लिए सैनी सभा की सोमवार को बैठक होगी, इसके बाद ही निर्णय लिया जाएगा। उधर, कैथल के गुहला में निर्दलीय प्रत्याशी नरेश डांढे ने नामांकन वापसी को लेकर सोमवार को कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाई है। सुरजेवाला गुट के नरेश ने कांग्रेस से टिकट न मिलने पर पार्टी छोड़ दी थी।