हरियाणा विधानसभा

हरियाणा विधानसभा के बजट सत्र का तीसरा दिन हंगामेदार रहने वाला है। बेरोजगारी, अपराध, घोटालों को लेकर कांग्रेस मनोहर सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने जा रही है। इसके जवाब में मुख्यमंत्री मनोहर लाल सदन में विश्वास मत साबित करेंगे। विश्वास मत को लेकर भाजपा-जजपा ने व्हिप जारी करके सभी विधायकों को सदन में हाजिर रहने का निर्देश जारी किया है। 


सदन में विश्वास और अविश्वास की लड़ाई के दौरान जबरदस्त हंगामा होने के आसार हैं। कांग्रेस महंगाई, किसानों, बेरोजगारी और बढ़ते अपराध को लेकर सरकार को घेरने की तैयारी में है। बेशक कांग्रेस का प्रस्ताव गिर जाए लेकिन कांग्रेस विधायक मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने के लिए पूरी कोशिश करेंगे। बकायदा कांग्रेस ने इसके पूरी रणनीति तैयार कर रखी है। ऐसे में इस मुद्दे पर सदन में हंगामा तय माना जा रहा है।

नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा द्वारा अविश्वास प्रस्ताव लाने पर सदन में चर्चा के बाद वोटिंग होगी। संख्या बल की बात करें तो हरियाणा विधानसभा में कुल 90 विधायक हैं। बहुमत साबित करने के लिए 46 विधायकों की जरूरत है। ऐसे में भाजपा के पास 41, गठबंधन में शामिल जननायक जनता पार्टी के 10 विधायक हैं। इनके अलावा, सात निर्दलीय विधायकों ने भी सरकार को समर्थन दे रखा है। कांग्रेस के पास 30 विधायक हैं और इनके अलावा, हलोपा और इनेलो का 1-1 विधायक है।