Gurugram Water Supply चंदू बुढेड़ा वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से आधे शहर में 30 घंटे के लिए पेयजल आपूर्ति बंद की गई है। चंदू प्लांट में सौ एमएलडी की नई यूनिट तैयार हो गई है और इसका कनेक्शन जोड़ने के लिए सोमवार सुबह 11 बजे शटडाउन लिया गया था। ऐसे में मंगलवार शाम पांच बजे तक घरों में नहरी पेयजल की आपूर्ति नहीं होगी।

जीएमडीए के अधिकारियों के अनुसार चंदू प्लांट से मौजूदा पाइपलाइन में चौथे चरण के 100 एमएलडी प्लांट के कनेक्शन के लिए सात अप्रैल को सुबह 11 बजे से आठ अप्रैल को शाम पांच बजे तक चंदू प्लांट की मास्टर वाटर सप्लाई से पानी की आपूर्ति नहीं होगी। 30 घंटे का शटडाउन लिया गया है।
इन क्षेत्रों में नहीं आएगा पीने का पानी
चंदू प्लांट से शटडाउन लेने के बाद सेक्टर चार, सेक्टर पांच, सेक्टर सात सेक्टर नौ, सेक्टर 11 और 12, सेक्टर 81 से 115, दयानंद कॉलोनी, पुराना गुरुग्राम, लक्ष्मण विहार और छोटी माता बूस्टिंग स्टेशन शामिल है।
इस अवधि के दौरान 7 अप्रैल को प्रातः 11 बजे से 8 अप्रैल को सायं 5 बजे तक निम्नलिखित क्षेत्र भी 12 घंटे तक प्रभावित रहेंगे।
गांव चंदू और धनकोट, सेक्टर 10, सेक्टर 33, सेक्टर 37डी और 38, बूस्टिंग स्टेशन सेक्टर 51 (सेक्टर 42-74, गांव बादशाहपुर) क्षेत्र के घरों को पानी नहीं मिलेगा। गर्मी होने के कारण लोगों को परेशानी झेलनी पड़ेगी।
चंदू की नई यूनिट जल संकट को करेगी दूर
इस यूनिट के तैयार होने से शहर को सौ एमएलडी अतिरिक्त पानी मिलेगा, जिससे गर्मी के दिनों में होने वाले भीषण पेयजल संकट से कुछ हद तक राहत मिलने की उम्मीद है। फिलहाल चंदू बुढेड़ा प्लांट की क्षमता 300 एमएलडी है। नई यूनिट शुरू होने से प्लांट की क्षमता 400 एमएलडी हो जाएगी।
साइबर सिटी में नहरी पेयजल आपूर्ति कम होने के कारण 40 लाख आबादी की प्यास बोरवेल और पानी के टैंकराें से बुझ रही है। शहर में पेयजल आपूर्ति करने वाले चंदू बुढेड़ा और बसई वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता बढ़ाने का काम तो शुरू हुआ, लेकिन गर्मी से पहले एक यूनिट ही शुरू हो सकेगी।हर साल अप्रैल, मई -जून में पानी की मांग आपूर्ति से ऊपर पहुंच जाती है। नहरी पानी की आपूर्ति सिंचाई विभाग जीएमडीए के चंदू बुढेड़ा और बसई वाटर ट्रीटमेंट प्लांट को करता है। इन दानों प्लांटों की क्षमता 570 एमएलडी है, लेकिन इन दिनों पानी की मांग 600 एमएलडी से ऊपर पहुंच गई है। इस कमी को पूरा करने के लिए निगम के बोरवेल चलाए जा रहे हैं।