Hisar News ठंड पूरी तरह से शुरू नहीं हुई है, लेकिन सोनीपत में इस सीजन का पहला घना कोहरा छा गया, जिससे शहर और हाइवे पर दृश्यता बेहद कम रही। वाहनों की रफ्तार धीमी होने से आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ा।
अधिकतर इलाकों में दृश्यता 20-100 मीटर तक सिमटी
ग्रामीण क्षेत्रों में दृश्यता 50 मीटर तक सीमित हो गई, जबकि शहरी इलाकों में यह 100 मीटर तक ही रही। नेशनल हाईवे, केजीपी, और केएमपी एक्सप्रेसवे पर भी कोहरे के चलते वाहन धीमी गति से चल रहे थे।
प्रदूषण में बढ़ोतरी, स्वास्थ्य के लिए हानिकारक एक्यूआई स्तर
कोहरे के साथ वायु गुणवत्ता भी खराब हुई है। सुबह एक्यूआई 313 पर पहुंचा, जो “खराब” श्रेणी में आता है। पीएम-10 और पीएम-2.5 के स्तर में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इस प्रदूषण के कारण लोगों, खासकर सांस के मरीजों, को विशेष एहतियात बरतने की सलाह दी गई है।
स्वास्थ्य सलाह: प्रदूषण और कोहरे में एहतियात जरूरी
चिकित्सकों ने लोगों को मास्क पहनने और बच्चों व बुजुर्गों को घर के अंदर रहने की सलाह दी है। विशेष रूप से सांस की समस्याओं से जूझ रहे लोग सतर्क रहें।
झज्जर में सीजन का पहला घना कोहरा, बच्चों को दिक्कतें
झज्जर में बुधवार सुबह सीजन का पहला घना कोहरा छाया, जिससे दृश्यता केवल 20-25 मीटर रही। यातायात पुलिस ने वाहन चालकों को सतर्कता बरतने और धीमी गति से चलने की हिदायत दी है। स्कूली बच्चों को भी कोहरे के चलते परेशानी का सामना करना पड़ा।
रोहतक में घना कोहरा, दृश्यता 50 मीटर से कम
रोहतक में कोहरे ने बुधवार सुबह दृश्यता 50 मीटर से भी कम कर दी, जिससे सड़कों पर वाहन रेंग कर चलने को मजबूर हुए। यातायात पुलिस ने वाहन चालकों को सावधानी से ड्राइव करने की सलाह दी।