फरीदाबाद 28 अप्रैल । भारतीय जनता पार्टी ओबीसी मोर्चा के जिलाध्यक्ष भगवान सिंह ने प्रेस वार्ता कर कहा कि कांग्रेस और इंडी गठबंधन लगातार तुष्टिकरण और माओवादी सोच के साथ राजनीति कर रहा है। उनका हिडन एजेन्डा है एससी, एसटी और ओबीसी का हक छीनकर अपने चहेतों को देना तथा एससी, एसटी और ओबीसी रिजर्वेशन का लाभ एक विशेष समुदाय को देना चाहतें हैं। कांग्रेस कहती है कि देश के संसाधनों पर पहला हक एक विशेष वर्ग का है जबकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कहते हैं कि देश के संसाधनों पर पहला हक गरीबों का है। भाजपा फरीदाबाद ओबीसी मोर्चा जिला अध्यक्ष भगवान सिंह ने डबुआ कालोनी के सी ब्लॉक स्थित अपने कार्यालय पर प्रैस वार्ता कर कांग्रेस के हिडन एजेंडा की पोल खोली । इस मौके पर उनके साथ भाजपा ओबीसी मोर्चा के जिला महामंत्री प्रवीण चौधरी, राजकुमार यादव, अशोक पांचाल, रोशन लाल सोनी, जगदीश सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
भगवान सिंह ने कहा कि 9 दिसम्बर-2006 को देश के तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा था देश के संसाधनों पर पहला हक़ अल्पसंख्यकों का है, यह केवल बयान नहीं था अपितु कांग्रेस की तुष्टिकरण की सोच को दर्शाता है । सच्चर कमेटी की रिपोर्ट के माध्यम से गलतबयानी की गई कि विशेष समुदाय की हालत दलितों से भी खराब है। मतलब यह था कि कांग्रेस पहले से ही आधार बना रही थी कि किसी भी तरह एक विशेष समुदाय को एससी घोषित कर एससी आरक्षण का कुछ हिस्सा एक विशेष वर्ग को दे सके ।
कांग्रेस की एससी, एसटी और ओबीसी के अधिकारों पर डाका डालने की ये आदत बहुत पुरानी है। कांग्रेस को देश के गरीब या पिछड़ों की परवाह नहीं है, परवाह है तो सिर्फ एक विशेष वर्ग की । कांग्रेस तुष्टिकरण की राजनीति करती है जो देश के लिए बेहद खतरनाक है । कांग्रेस ने कहा है कि पूरे देश मे बहुसंख्यकवाद की कोई जगह नहीं है, इसका मतलब उन्हें एससी, एसटी, ओबीसी से सख्त नफरत है क्योंकि देश में बहुसंख्यक आबादी इन्हीं गरीब लोगों की है।
कांग्रेस की सोच है कि जाति जनगणना को हम पूरे देश में इम्पिलमेंट कर देश का एक्सरे करेगें, फाइनेंशियल और इंस्टीट्यूशनल सर्वे करेगें। ये पता लगाएंगे कि हिन्दुस्तान का धन किसके हाथों में है, कौन से वर्ग के हाथ में है। कांग्रेस आपका पैसा और सम्पति हड़प कर एक विशेष वर्ग के अपने चहेतों को देगें।
कांग्रेस की सोच सदा ही तुष्टिकरण और माओवादी रही है। अब तो कांग्रेस ने माँ बहनों के आभूषणों, लोगों की कमाई और सम्पति पर अपना पंजा मारने की मंशा को भी दर्शा दिया है। कांग्रेस फिर उसी सोच को आगे बढाने का काम करती दिखाई दे रही है जिसको कांग्रेस ने 60 और 70 के दशक में हथियार बनाया था। कांग्रेस के नेता कह रहे हैं कि कांग्रेस सत्ता में आती है तो सर्वे कराएगी और लोगों की सम्पत्ति को उन लोगों में बांटेगी जिसकी तुष्टिकरण की वह राजनीति कर रही है।