चंडीगढ़ – हरियाणा सरकार के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने राज्य में बढ़ती गर्मी और संभावित Haryana Heatwave (लू) की स्थिति को देखते हुए विभिन्न विभागों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं।

सरकार ने अधिकारियों को लू के दुष्प्रभावों को कम करने के लिए समुचित उपाय करने तथा आमजन को जागरूक करने का आह्वान किया है।
मौसम तेजी से गर्मी और लू की ओर बढ़ रहा है, तापमान 40 डिग्री सेल्सियस को छू रहा है और आने वाले समय में इसके और बढ़ने की पूरी संभावना है। बदलते मौसम के साथ लू का प्रकोप भी और अधिक प्रचंड होता जाएगा।
विभाग ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे राज्य में तापमान की स्थिति पर करीबी नजर बनाए रखें और हीट-वेव की चेतावनी मिलने पर तुरंत कार्रवाई सुनिश्चित करें।


जनता के लिए लू से बचाव के सुझाव:


• दिन में दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक घर से बाहर निकलने से यथासंभव बचें।
• खूब पानी पिएं और शरीर को हाइड्रेट रखें। बाहर निकलने से पहले दो गिलास पानी जरूर पिएं।
• धूप में निकलते समय सिर को ढक कर रखें। टोपी, छतरी या गमछे का प्रयोग करें।
• सूती, हल्के रंग के ढीले और पूरी बांह वाले कपड़े पहनें। सिंथेटिक और गहरे रंग के कपड़ों से बचें।
• शरीर को ठंडा रखने के लिए ठंडे पानी से स्नान करें या शरीर को गीले कपड़े से पोछें।
• लस्सी, नींबू पानी, नारियल पानी, ओआरएस, आम का पना आदि तरल पदार्थों का सेवन करें।
• शराब, चाय, कॉफी और अत्यधिक प्रोटीन युक्त वसा भारी भोजन से परहेज करें।
• बच्चों, बुजुर्गों और पशुओं का विशेष ध्यान रखें। उन्हें छाया में रखें और पर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध कराएं।
• किसी भी वाहन में बच्चों को अकेला छोड़ना खतरनाक हो सकता है।

लू (तापघात) के लक्षण और प्राथमिक उपचार:


गर्मी के मौसम में यदि किसी व्यक्ति में पसीना न आना, त्वचा का लाल एवं शुष्क हो जाना, सिरदर्द, चक्कर आना, उल्टी, बेहोशी या पुतलियों का संकुचित होना जैसे लक्षण दिखें, तो यह लू लगने का संकेत हो सकता है। ऐसे में तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर प्राथमिक उपचार लें और चिकित्सकीय परामर्श अवश्य लें।

अधिक जोखिम वाले समूह:


बुजुर्ग, छोटे बच्चे, खिलाड़ी, निर्माण कार्यों में लगे श्रमिक, तथा जो लोग दिन में बाहर कार्य करते हैं – इन सभी को लू लगने का खतरा अधिक होता है। इनके लिए विशेष सतर्कता की आवश्यकता है।
राज्य सरकार द्वारा जारी यह दिशा-निर्देश जनता की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए एक अहम कदम है। सभी नागरिकों से अनुरोध है कि वे मौसम की गंभीरता को समझें और सावधानी बरतें ताकि लू की स्थिति में कोई भी जनहानि न हो