हरियाणा में जजपा के साथ गठबंधन को लेकर भाजपा प्रभारी बिप्लब कुमार देब की कड़ी टिप्पणी के बाद से जजपा नेताओं के सुर नरम पड़े हुए हैं। जेजेपी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष डा. केसी बांगड द्वारा इस मामले में सफाई देने के बाद जेजेपी का कोई नेता भाजपा प्रभारी की टिप्पणी पर राय नहीं दे रहा है।
जेजेपी के प्रधान महासचिव दिग्विजय सिंह चौटाला की बुधवार को टिप्पणी आई, लेकिन वह भाजपा प्रभारी अथवा गठबंधन की राजनीति पर नहीं थी, बल्कि अपने चेचेरे भाइयों अर्जुन चौटाला व करण चौटाला को लेकर थी, जिन्होंने एक दिन पहले ही दुष्यंत चौटाला व दिग्विजय चौटाला की तुलना चमगादड़ से की थी।
दिग्विजय चौटाला ने कहा कि हम भले ही चमगाद़ड़ हैं, लेकिन मेरे दोनों चचेरे भाई अर्जुन और करण कोहिनूर के हीरे हैं। चाचा अभय चौटाला का व्यक्तित्व और शब्दावली मेरे दोनों चचेरे भाइयों में भी आ गए हैं। अर्जुन व करण ने कहा था कि दुष्यंत और दिग्विजय भाजपा के साथ चमगादड़ की तरफ चिपके रहेंगे और चिमटे से उतारने पर भी नहीं उतरेंगे। इससे पहले भाजपा प्रभारी बिप्लब देब ने फरीदाबाद में मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा था कि जजपा के साथ आज हमारा गठबंधन है। जेजेपी ने हमें समर्थन देकर भाजपा पर कोई अहसान नहीं किया है। जेजेपी ने फ्री में यह नहीं किया। इसके बदले में भाजपा ने जेजेपी के विधायकों को मंत्री बनाया है.
- भाजपा प्रभारी के इतने कड़े और स्पष्ट बयान के बाद प्रदेश की राजनीति में हलचल मच गई थी। बुधवार रात को जेजेपी के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष डा. केसी बांगड ने बयान जारी कर कहा कि उचाना से डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला की 2019 की जीत पर चौधरी बीरेंद्र सिंह के परिवार को आज तक दर्द है और वे रह रह कर अपनी भड़ास जाहिर करते हैं।
बीते रविवार भी एक कार्यक्रम में इस परिवार के तीन सदस्यों ने हलके शब्दों में दुष्यंत चौटाला के खिलाफ अपने कार्यकर्ताओं को भड़काया था। इसी पर पत्रकारों के एक सवाल पर डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा था कि उचाना के लोगों ने उन्हें बेहिसाब प्यार देकर 48 हजार वोटों से जितवाया था और उनकी जीत से किसी के पेट में दर्द है तो इसका ईलाज उनके पास नहीं है।