
पुरानी गाड़ियों पर सख्ती: हरियाणा-पंजाब से CAQM ने मांगी तैयारी की रिपोर्ट, दिल्ली-NCR में प्रदूषण रोकथाम की बड़ी पहल
नई दिल्ली, 6 जुलाई 2025 — दिल्ली-NCR में वायु प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने हरियाणा और पंजाब के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक की। इस बैठक में दोनों राज्यों से पुरानी व प्रदूषण फैलाने वाली गाड़ियों पर उठाए गए कदमों की समीक्षा की गई।
मुख्य बिंदु:
पुरानी गाड़ियों को हटाने की दिशा में कार्रवाई
- कितनी डीज़ल/पेट्रोल गाड़ियों को हटाया गया?
- एनपीआर कैमरों की तैनाती कहां तक हुई?
- दिल्ली में प्रदूषण फैलाने वाले कॉमर्शियल वाहनों की एंट्री को कैसे रोका जा रहा है?
पराली जलाने पर नियंत्रण की योजना
हरियाणा और पंजाब दोनों राज्यों से 2025 की खरीफ सीजन के लिए स्टबल बर्निंग रोकथाम योजना पर रिपोर्ट मांगी गई। किसानों को विकल्पों की उपलब्धता और जागरूकता अभियान पर चर्चा हुई।
थर्मल प्लांट और ईंट भट्टों में उत्सर्जन नियंत्रण
थर्मल प्लांट्स में FGD तकनीक के अनुपालन की स्थिति जानी गई। साथ ही ईंट भट्टों में बायोमास पेलेट्स के प्रयोग को बढ़ावा देने की बात कही गई।
सार्वजनिक परिवहन में क्लीन एनर्जी का प्रयोग
राज्य परिवहन बसों को CNG/इलेक्ट्रिक में बदलने, और ऑटो-रिक्शा में क्लीन फ्यूल के प्रयोग पर चर्चा हुई।
मैदानी निरीक्षण और रिपोर्टिंग
4 जुलाई को हरियाणा में CBG यूनिट्स, बायोगैस और एथेनॉल प्लांट्स का निरीक्षण हुआ। CAQM ने इन गतिविधियों की फील्ड रिपोर्ट भी मांगी।
यह पहल क्यों ज़रूरी है?
हर साल सर्दियों में दिल्ली-NCR की हवा खतरनाक स्तर पर पहुंच जाती है। इसका सबसे बड़ा कारण है पराली जलाना और पुराने वाहनों का अत्यधिक धुआं। CAQM की यह बैठक समय से पहले प्रिवेंटिव एक्शन लेने की दिशा में बड़ा कदम है।
निष्कर्ष:
CAQM ने यह स्पष्ट कर दिया है कि सभी राज्यों को समय रहते ठोस और निगरानी योग्य कदम उठाने होंगे। सिर्फ नीति बनाना नहीं, बल्कि उसका प्रभावी क्रियान्वयन भी सुनिश्चित करना होगा।