चंडीगढ़ : प्रदेश में ई-टेंडरिंग को लेकर चल रहे विवाद का आज हल निकल सकता है। आज मुख्यमंत्री मनोहर लाल चंडीगढ़ में सरपंचों के साथ बात करेंगे। इससे पहले जिला परिषद चेयरमैनों की बैठक में जनप्रतिनिधि सीएम को सरपंचों को 5 लाख तक के काम करवाने की पावर देने का सुझाव दे चुके हैं। इस बैठक में पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली के साथ सीएमओ की टीम भी शामिल थी।
HC के निर्देश पर उखाड़े थे तंबू
पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट के निर्देश पर हरियाणा के सरपंचों पर 4 मार्च की रात बड़ा एक्शन लिया गया था। पुलिस ने रात 10 बजे के करीब सरपंचों के लगे तंबू उखाड़ दिए थे और उनका धरना खत्म करवा दिया था। विरोध करने वाले सरपंचों को पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करते हुए हिरासत में ले लिया था तथा देर रात रिहा भी कर दिया गया था।
4 हजार सरपंचों के खिलाफ दर्ज हो चुका केस
गौर रहे कि एक मार्च को सीएम आवास का घेराव करने जा रहे सरपंचों पर लाठीचार्ज किया था जिसमें 100 से अधिक सरपंट घायल हुए थे। उसके बाद पंचकूला पुलिस ने देर रात 4 हजार सरपंचों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया था। वहीं पुलिस लाठीचार्ज के बाद भड़के सरपंच ऐलान कर कर चुके हैं कि वो अपने क्षेत्रों में सत्ताधारी बीजेपी-जेजेपी के विधायकों को घुसने नहीं देंगे।
सरपंच एसोसिएशन के प्रधान रणवीर सिंह समैण ने कहा कि पंचकूला में पुलिस की कार्रवाई निंदनीय थी। आज यदि सीएम मनोहर लाल से होने वाली वार्ता विफल होती है तो वह 11 मार्च यानि शनिवार को करनाल की तरफ कूच करेंगे। वहां सीएम आवास का घेराव किया जाएगा।