Haryana Air Pollution हरियाणा में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है, जहां गुरुग्राम का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 300 के पार पहुँच गया है। इसके साथ ही दिल्ली, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के कई शहर भी खराब वायु गुणवत्ता के साथ संघर्ष कर रहे हैं।
ठंड के बढ़ते प्रभाव के बीच प्रदूषण पर काबू पाने की कोशिशें
आने वाले दिनों में पश्चिमी विक्षोभ के कारण तापमान में बदलाव की संभावना है। ठंड और बढ़ते प्रदूषण के कारण कई शहरों में स्मॉग की स्थिति बनी हुई है, जिससे सुबह के समय दृश्यता घट रही है और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ बढ़ रही हैं।
प्रदूषण रोकने के प्रयास: लाखों लीटर पानी का छिड़काव
प्रदूषण को कम करने के लिए हरियाणा के कई शहरों में पानी का छिड़काव किया जा रहा है। हिसार, जींद, पानीपत, यमुनानगर और करनाल जैसे शहरों में स्मॉगगन से छिड़काव किया जा रहा है, हालांकि सिरसा और फतेहाबाद में ये उपकरण उपलब्ध नहीं हैं। बावजूद इसके, इन प्रयासों से प्रदूषण पर पूर्ण नियंत्रण अभी तक नहीं पाया जा सका है।
देश के शीर्ष प्रदूषित शहर
वर्तमान में देश के शीर्ष पांच प्रदूषित शहरों में दिल्ली (AQI 377), गाजियाबाद (316), हापुड़ (320), मंडीदीप (329) और गुरुग्राम (302) शामिल हैं। इन शहरों की हवा बेहद खराब स्थिति में है, जिससे निवासियों के लिए स्वास्थ्य खतरा बढ़ गया है।
हरियाणा के जिलों का AQI स्तर
हरियाणा के प्रमुख शहरों में भी AQI का स्तर चिंताजनक है, जिसमें फरीदाबाद (257), पंचकूला (280), गुरुग्राम (302) और फतेहाबाद (287) का एक्यूआई बेहद खराब श्रेणी में है।