हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा है, जहां भाजपा ने तीसरी बार सत्ता में वापसी की है, सभी अनुमानों और एग्जिट पोल को झुठलाते हुए। चुनाव के बाद से कांग्रेस में अंदरूनी रार जारी है।
दीपक बाबरिया का इस्तीफा
कांग्रेस के हरियाणा प्रभारी दीपक बाबरिया ने हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा देने की पेशकश की है। उन्होंने बताया कि चुनाव नतीजों के तुरंत बाद उन्होंने हाईकमान को अपना इस्तीफा सौंपा, लेकिन अभी तक कोई निर्णय नहीं आया है। बाबरिया ने कहा कि उनकी तबीयत ठीक नहीं है और यह उनकी नैतिक जिम्मेदारी है कि वे इस्तीफा दें।
हार के कारणों की जांच
कांग्रेस हाईकमान ने पिछले गुरुवार को हार की समीक्षा बैठक की, जिसमें एक तथ्य-खोजी टीम बनाने का निर्णय लिया गया। इस बैठक में नेताओं ने हरियाणा में अप्रत्याशित नतीजों के संभावित कारणों पर चर्चा की और ईवीएम में विसंगतियों की शिकायतों की जांच करने के लिए टीम गठित करने का निर्णय लिया।
समीक्षा बैठक में शामिल नेता
समीक्षा बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी, एआईसीसी महासचिव संगठन केसी वेणुगोपाल, और चुनाव के लिए एआईसीसी के वरिष्ठ पर्यवेक्षक अशोक गहलोत तथा अजय माकन ने भाग लिया। हरियाणा के एआईसीसी प्रभारी दीपक बाबरिया भी बैठक में ऑनलाइन शामिल हुए।